गुरुग्राम, 3 नवंबर (हप्र)
गुरुग्राम में 100 दिन में शहर को गंदगीमुक्त करने का दावा नवनिर्वाचित विधायक ने किया था। अब तक 100 दिन में से 25 दिन घट चुके हैं।
इन 25 दिनों में कुछ बदलाव नजर नहीं आया। हालत यह रही कि इस बार भी गुरुग्राम वासियों ने कूड़े के ढेरों पर ही दिवाली मनाई।
समाजसेवी माइकल सैनी ने सरकार, प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सफाई व्यवस्था को लेकर इस तरह से सवाल उठाए हैं। सैनी ने कहा कि कई साल से गुरुग्राम के लोग गंदगी के बीच जी रहे हैं। जिधर नजर दौड़ाओ वहीं पर गंदगी के ढेर नजर आते हैं। गली, मोहल्ले, कॉलोनी और सेक्टर में सफाई व्यवस्था के नाम पर दिखावा हो रहा है।
घरों से गंदगी गंदगी उठाने के नाम पर वसूली हो रही है। इस पर न तो सरकार ही गंभीर नजर आ रही है और न ही नगर निगम प्रशासन। मुख्यमंत्री ने सफाई व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को लताड़ लगाई थी। अगले सप्ताह सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने की बात कही थी, वे भी अपने इस कथन को भूल गए हैं। माइकल सैनी ने कहा कि सरकार की उदासीनता के कारण ही अधिकारी बेलगाम हो रहे हैं। गुरुग्राम से विधायक चुने गए मुकेश शर्मा ने 100 दिन में सफाई व्यवस्था सुधारने का दावा किया था, अब 100 दिन में से 25 दिन बीत चुके हैं। इन 25 दिनों में सफाई कहीं नजर नहीं आई।
सैनी ने कहा कि सफाई के साथ-साथ टूटी सड़कों पर भी खानापूर्ति की जा रही है।
सेक्टर-10 चौक से गाड़ौली गांव होते हुए द्वारका एक्सप्रेस-वे तक सड़क का बुरा हाल है। गुरुग्राम में तीन स्तरीय प्रशासन जिला प्रशासन, नगर निगम और जीएमडीए है, लेकिन वर्षों से गुरुग्राम की बदहाली को नहीं सुधारा जा रहा।