विवेक बंसल/ हप्र
गुरुग्राम, 21 दिसंबर
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लगभग एक सप्ताह पहले जिला उपायुक्तों, जिला नगर आयुक्तों, नगर निगम आयुक्तों व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर शहरों में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि वे खुद निरीक्षण करेंगी।
मुख्यमंत्री बृहस्पतिवार को औचक निरीक्षण करने गुरुग्राम शहर पहुंचे और कन्हई रोड पर सफाई व्यवस्था दुरुस्त न होने पर एजेंसी पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया। मुख्यमंत्री ने सफाई कर्मचारियों के सुपरवाइजर से लेकर संयुक्त आयुक्त तक पर भी जुर्माना लगाया। उन्होंने गुरुग्राम नगर निगम के आयुक्त पीसी मीणा का 15 दिन और संयुक्त आयुक्त संजीव सिंगला का एक माह का वेतन काटने व 5000 रुपये जुर्माना लगाने के निर्देश दिए। इसके अलावा, सफाईकर्मियों के सुपरवाइजर पर 10 रुपये, फील्ड ऑफिसर 1000, एडिशनल सेनेटरी इंस्पेक्टर पर 2000 और सीनियर सेनेटरी इंस्पेक्टर पर 3000 रुपये का जुर्माना लगाया गया।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी एक सप्ताह में शहर की सफाई व्यवस्था में गुणात्मक सुधार करें। मौके पर प्रधान सलाहकार शहरी विकास डीएस ढेसी, जिला नगर आयुक्त पीसी मीणा, डीसी निशांत यादव, सीपी विकास अरोड़ा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
सावधान ! हरियाणा सीएम एक्शन मोड में
प्रदेशभर में सफाई व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को निर्देश देने के बाद बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुग्राम में औचक निरीक्षण किया। खामियां पाये जाने पर उन्होंने अफसरों पर सख्त कार्रवाई की। उधर, बिजली विभाग संबंधी एक शिकायत मिलने पर दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
दो माह से हड़ताल; रातोंरात हुई सफाई!
गुरुग्राम शहर में एक निजी कंपनी कई करोड़ रुपये सफाई के नाम पर ले रही है। कई अन्य एजेंसियां व ठेकेदार भी सफाई के नाम पर पैसे ले रहे हैं। इसके बावजूद सफाई कर्मचारियों की दो माह से जारी हड़ताल के कारण चारों तरफ गंदगी के ढेर लगे हुए थे। मुख्यमंत्री के पिछले माह के दौरे के दौरान फटकार लगने के बाद अधिकारियों ने 15 दिन से खुद सफाई का जिम्मा संभाला, तो कुछ सफाई दिखाई दी। मुख्यमंत्री के आने की बात शायद अधिकारियों को पता लग गई थी। पूरी रात शहर में सफाई की गई, लेकिन मुख्यमंत्री को फिर भी सफाई नहीं मिली। लोगों से पूछताछ की तो साफ हो गया कि रातोंरात सफाई की गई है।