गुरुग्राम, 5 सितंबर (हप्र)
हरियाणा के गुरुग्राम के निकट नूंह जिला के आईटीसी ग्रैंड भारत में चल रही जी-20 समिट की चौथी शेरपा बैठक में विदेशी डेलीगेट मिलेट (श्रीअन्न) के मुरीद हो गए। सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद जब डिनर का वक्त हुआ तो मेहमानों ने बाजरे से बना खीचड़ा, रोटी, राबड़ी, टिक्की, फिरनी, लापसी सहित विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद चखा। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मेहमानों से शिष्टाचार भेंट की तथा उनके साथ देसी व्यंजनों का आनंद लिया। जी-20 में भारत के शेरपा अमिताभ कांत व विभिन्न देशों से आए शेरपा व अन्य प्रतिनिधियों ने हरियाणा के परंपरागत व्यंजनों का जायका लिया। भारत की मांग पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2023 को ‘इंटरनेशनल इयर ऑफ मिलेटस’ घोषित करने के बड़े संकल्प को साकार करने में हरियाणा की इस खातिरदारी ने नई दिशा देने का काम भी किया है। जब दुनिया मोटे अनाज (श्रीअन्न) का स्वाद चखेगी तो इसकी अहमियत भी समझेगी।
यहां पर मेहमानों के डिनर के लिए की गई सजावट व स्वाद लाजवाब था। विदेशी डेलीगेट की थाली में विभिन्न प्रदेशों के शाकाहारी भोजन परोसे गए।
इसके साथ-साथ उनकी रुची व खान-पान के अनुसार कांटिनेंटल पकवान भी तैयार किए गए थे। रात्रि भोज में हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल, विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली व सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण राज्य मंत्री ओम प्रकाश यादव, हरियाणा विधान सभा के उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा व शहरी विकास के प्रधान सलाहकार डीएस ढेसी, मुख्यसचिव संजीव कौशल, पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर, रेवाड़ी रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राजेंद्र कुमार, गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा, डीसी निशांत यादव, नूह के डीसी धीरेंद्र खड़गटा, एसपी नरेन्द्र बिजारणियाँ सहित अनेक विशिष्टजन भी शामिल हुए।
बाजरे का खिचड़ी, राबड़ी का चखा स्वाद
हरियाणा की इस मेहमानवाजी के प्रदर्शन से विदेशी डेलीगेट अभिभूत नजर आए। सभी ने जमकर व्यंजनों का मजा लिया। खाने के दौरान मिट्टी के चूल्हे पर बाजरे व ज्वार की रोटी सेंक रही गांव मोहम्मदपुर अहीर की महिलाएं भी विदेशियों का राम-राम से अभिवादन कर रही थी। शैफ आयुष ने बताया कि मिलेट की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये अनज ग्लूटन फ्री होता है जो सेहतमंद होता है। हर रोज मिलेट के बने अलग-अलग व्यंजन मेहमानों को खिलाए जाएंगे। रात्रि भोज से पहले आईसीसीआर के कलाकारों द्वारा भारत की सांस्कृतिक विविधता पर आधारित कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी गई।