गुरुग्राम, 19 नवंबर (हप्र)
मंगलवार को यहां कमान सराय स्थित कांग्रेस भवन में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी जी की जयंती पर कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठ नेता पंकज डावर के नेतृत्व में उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर कांग्रेस नेता सूबे सिंह यादव, पवन चौधरी, हरकेश प्रधान, महेश वशिष्ठ, रविराज उजीनवाल, सुनीता तोमर, खेमचंद किरार, ओमप्रकाश खरेरा, राम दास, सुभाष सपड़ा, अमित बोहत, मनोज आहुजा, प्रदीप दहिया समेत काफी कार्यकर्ताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री को याद किया।
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज डावर ने कहा कि इंदिरा गांधी ऑक्सफोर्ड से वर्ष 1941 में भारत वापस आईं और स्वतन्त्रता आन्दोलन में शामिल हो गयीं। पंकज डावर ने कहा कि लालबहादुर शास्त्री के आकस्मिक निधन के बाद तत्कालीन कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष के. कामराज इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री बनाने में निर्णायक रहे। इंदिरा गांधी जी ने शीघ्र ही चुनाव जीतने के साथ-साथ जनप्रियता के माध्यम से विरोधियों को परास्त किया। 1971 के भारत-पाक युद्ध में निर्णायक भूमिका निभाई, अहम फैसले लिये।
जिला कांग्रेस मुख्यालय नूंह पर मंगलवार को स्वर्गीय इंदिरा गांधी की जयंती पर पीसीसी सदस्य महताब की अध्यक्षता में एक गोष्ठी आयोजित की गई। इसमें स्व. इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि दी गई।
महताब अहमद ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को विश्व में आयरन लेडी के रूप में जाना जाता था। उनके कार्यकाल में बैंकों का राष्ट्रीयकरण हुआ। भारत के विकास के लिए इन्होंने कई चौंकाने वाले फैसले अपने कार्यकाल में लिए, देश की एकता अखंडता के लिए अपने प्राण तक इन्होंने न्योछावर कर दिए।
हिसार (हप्र) : कांग्रेस पार्टी द्वारा देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी जी की 107 वीं जयंती मनाई गई। जिसमें भारी संख्या में कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि मौजूद थे। इस अवसर पर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सीनियर प्रवक्ता व जिला कनवीनर बजरंग गर्ग ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी जी ने 1971 में पाकिस्तान के आक्रमण का मुंह तोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान के दो टुकड़े करके अलग बांग्लादेश की स्थापना की जो विश्व में एक मिसाल दी थी। उन्होंने कहा कि भारत देश की सेना ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर उनके घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। इस अवसर पर जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन डॉ. राजेंद्र सूरा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता धर्मवीर गोयत, दलजीत पंघाल आदि प्रतिनिधि भारी संख्या में मौजूद थे।