गुरुग्राम, 11 नवंबर (हप्र)
झज्जर और गुरुग्राम के द्वारका एक्सप्रेस-वे से कनेक्टिविटी को बेहतर किया जाएगा। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने इसको लेकर एक योजना तैयार की है, जिससे मुख्य कार्यकारी अधिकारी को अवगत करवाया है। योजना के तहत गुरुग्राम-झज्जर मार्ग के साथ-साथ सेक्टर-99 और 112 को विभाजित कर रही सड़क है। जिसकी चौड़ाई 75 मीटर है। इस सड़क में थोड़ा सुधार करने के बाद झज्जर की द्वारका एक्सप्रेस वे से कनेक्टीविटी को और बेहतर हो जाएगी। झज्जर-गुरुग्राम मार्ग की हालत बदतर अवस्था में है। मार्ग दो-दो लेन का है। रोजाना करीब 60 से 70 हजार वाहन इस मार्ग से निकलते हैं। बारिश में इस सड़क पर एक से डेढ़ फीट तक जलभराव हो गया था। इस कारण वाहन चालकों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ा था। इस मार्ग को स्टेट हाईवे भी बोला जाता है। मार्ग की शिकायत आने के बाद शहरी विकास के मुख्य सलाहकार डीएस ढेसी ने मौके का निरीक्षण किया था। अतिरिक्त उपायुक्त हितेश कुमार मीणा की अध्यक्षता में गठित एक समिति ने अपनी रिपोर्ट इस मार्ग को लेकर दी थी, जिसमें इस मार्ग को बेहतर करने के साथ-साथ वैकल्पिक मार्ग की पहचान करने की बात कही गई थी। ढेसी ने जीएमडीए के मुख्य नगर योजनाकार बीके सैनी को आदेश जारी किए थे कि झज्जर-गुरुग्राम मार्ग को बेहतर करने की योजना तैयार करें। वैकल्पिक रास्ते की तलाश करें। सैनी ने सर्वे के बाद अपनी रिपोर्ट में कहा है कि गुरुग्राम-मानेसर विकास योजना के तहत सेक्टर-99 और सेक्टर 102 को विभाजित करने वाली सड़क इस मार्ग के साथ निकल रही है। सड़क की चौड़ाई करीब 75 मीटर है, जोकि श्याम बाबा चौक के समीप से होती हुई, द्वारका एक्सप्रेस वे पर जाकर मिलती है। ऐसे में झज्जर-गुरुग्राम मार्ग की बजाय इस सड़क का इस्तेमाल आवागमन के लिए किया जा सकता है।
इस सड़क के दोनों तरफ हरित क्षेत्र विकसित करने के लिए जमीन अधिग्रहण की योजना पूर्व में बनी हुई है। जांच रिपोर्ट में कहा कि ये सड़क झज्जर-गुरुग्राम मार्ग से ऊंची है। ऐसे में इस मार्ग पर जलभराव जैसी दिक्कत नहीं आएगी। रिपोर्ट में कहा कि ऐसे में इस मार्ग की चौड़ाई बढ़ाने के लिए जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं है।