चंडीगढ़, 10 जनवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा से गुजरने वाले ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर व वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर 10 नये रेलवे स्टेशन बनेंगे। इन स्टेशनों के आसपास औद्योगिक क्षेत्र कैसे विकसित हो इस पर भी विचार किया जाएगा। साथ ही, नयी दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हिसार में बनाए जा रहे महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक हाई स्पीड ट्रेन की कनेक्टविटी होगी।
हिसार एयरपोर्ट से दिल्ली एयरपोर्ट तक कनेक्टिविटी को सुगम बनाने के लिए क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट प्रणाली (रिजॉर्ट रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) के तहत रेलमार्ग विकसित करने की तैयारी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमवार को नयी दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री दिल्ली प्रवास के दौरान हरियाणा भवन में ठहरे हुए थे। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उनसे यहीं मुलाकात की।
बैठक के दौरान हरियाणा की महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं की विभिन्न प्रक्रियाओं व कार्यों को गति देने की दिशा में गहन विचार-विमर्श किया गया। सीएम ने कहा कि हरियाणा से गुजरने वाले ईस्टर्न व वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर स्थापित किए जाने वाले 10 रेलवे स्टेशनों के आसपास के विभिन्न क्षेत्रों को विकसित किए जाने के लिए कई योजनाओं के संदर्भ में रेल मंत्री के साथ विचार-विमर्श हुआ है। इस मौके पर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव कहा कि हरियाणा की विभिन्न रेल परियोजनाओं के कार्यों व प्रक्रियाओं को गति दिए जाने की दिशा में समयबद्ध रूप से निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में डबल इंजन की सरकार है। इसका फायदा हरियाणा को मिल रहा है और आगे भी मिलता रहेगा। मुख्यमंत्री ने रेल कनेक्टिविटी को लेकर जो विषय मंत्रालय के समक्ष रखे हैं, उनका निवारण समयबद्ध तरीके से करने का आश्वासन दिया।
सीएम ने कहा कि हरियाणा में इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ रहा है। रोड ही नहीं रेल के भी कई नये प्रोजेक्ट चालू होंगे। रोहतक में बनाए गए देश के पहले एलिवेटेड रेल ट्रैक के नीचे खाली जमीन पर सड़क बनाने पर भी सहमति बन गई है। ट्रैक के नीचे रेलवे की जमीन है और राज्य सरकार ने यहां फोर लेन सड़क बनाने का निर्णय लिया था। इस बीच रेलवे मंत्रालय की ओर से इस जमीन के लिए पैसों की डिमांड की गई।
रोहतक के बाद कुरुक्षेत्र तथा कैथल में भी एलिवेटेड रेल ट्रैक बनाने का निर्णय सरकार ने लिया है। कुरुक्षेत्र की मंजूरी रेल मंत्रालय से मिल चुकी है और कैथल के लिए डीपीआर तैयार करके भेजी जाएगी। डीपीआर के लिए केंद्रीय रेल मंत्रालय ने परमिशन दे दी है। नये रेल प्रोजेक्ट के लिए पृथला और जमीन में भूमि अधिग्रहण करने की जरूरत है। यह काम हरियाणा सरकार करेगी। यह लिंक बनने के बाद यह एरिया इकोनॉमी कॉरिडोर से जुड़ेगा।
इंडस्ट्री में सीएनजी-पीएनजी इस्तेमाल पर छूट मांगी
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पर्यावरण से जुड़े मुद्दों को लेकर सोमवार को केंद्रीय वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन व श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने इंडस्ट्री में सीएनजी व पीएनजी ईंधन के इस्तेमाल को लेकर चर्चा की। इसमें उद्योगों को कम से कम एक साल की छूट देने की मांग की, जिससे प्रदेश भर में तब तक संरचनात्मक ढांचा तैयार हो सके। दूसरा विषय नजफगढ़ ड्रेन के पानी से जुड़ा रहा। नजफगढ़ ड्रेन से गुरुग्राम में लगभग 3 हजार एकड़ भूखंड पर पानी फैल जाता है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से चर्चा की है कि इस पानी की निकासी के लिए नजफगढ़ ड्रेन की डिसिलटिंग का काम केंद्र, हरियाणा व दिल्ली सरकार संयुक्त रूप से करें, जिसके बाद में उस पर बांध बनाया जा सके। इस क्षेत्र के लोगों की समस्या का स्थाई समाधान हो।