शाहाबाद मारकंडा, 6 अक्तूबर (निस)
हरियाणा विमुक्त घुमंतु जाति विकास बोर्ड के सलाहकार दल सिंह मल्लाह ने आज पत्रकारवार्ता में बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा बजट सत्र में हरियाणा में चिन्हित 29 घुमन्तु जातियों को गवर्नमेंट शिक्षण संस्थानों में प्रत्येक स्तर पर 10 प्रतिशत आरक्षण देना वर्तमान सरकार की बड़ी देन है। साथ ही इन जातियों का अतिरिक्त विकास हो इसके लिए एंथ्रोपोलोजी का सर्वे करवाया है तथा भारत सरकार ने भी नैशनल विमुक्त घुमंतू, अर्द्धघुमंतू जाति विकास व कल्याण बोर्ड का गठन किया है। उन्होंने कहा कि अब सरकार इन 29 जातियों के महापुरुषों, प्रतिभाओं के नाम पर चौकों, चौराहों व मार्गों के नाम रखेगी। इन जातियों के बच्चों को अब सरकारी नौकरियां मिलने का मार्ग मौजूदा खट्टर सरकार ने प्रशस्त किया है। वह आज शाहाबाद के विश्रामगृह में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 31 अगस्त को इन जातियों के 18 लाख लोग राज्यभर में मुक्ति दिवस के रूप में मनाते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली सरकार ने उपेक्षित, वंचित व अनदेखी का शिकार कुचाबंदा, सांसी, जोगी जंगम, सेपेरे, मदारी, कंजर आदि 29 जातियों के 18 लाख महिला पुरुष बच्चों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करते हुए देश की मुख्य धारा से जोडऩे के लिए हरियाणा विमुक्त घुमंतु जाति विकास बोर्ड का राज्य में गठन करते हुए जोगी जंगम, भाट, मदारी, मनियार, रेवरी पांच जातियों को चिन्हित कर इस बोर्ड के दायरे में आने वाली जातियों की संख्या 24 से बढ़ाकर 29 कर दी है।