पानीपत, 18 अक्तूबर (हप्र)
कृषि विभाग ने जिले में इस बार 90 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बिजाई का लक्ष्य रखा है, जोकि पिछले वर्ष के मुकाबले 5 हजार हेक्टेयर ज्यादा है। जिससे, गेहूं की बिजाई के दौरान इस बार किसानों को 10 हजार 500 मीट्रिक टन डीएपी की जरूरत होगी। गेहूं की बिजाई के दौरान किसानों को पर्याप्त मात्रा में डीएपी उपलब्ध करवाने को लेकर कृषि विभाग ने अभी से कमर कस ली गई है। उप निदेशक आत्मा राम गोदारा ने अपने अधिकारियों की मीटिंग लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये है। उन्होंने दावा किया है कि जिला में डीएपी खाद की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। वहीं एसडीओ देवेंद्र कुहाड़ के अनुसार पानीपत जिला में 25 अक्तूबर से गेहूं की बिजाई शुरू होगी और उसके लिये हमारे पास डीएपी खाद उपलब्ध है। बिजाई के कार्य में जैसे तेजी आती जाएगी तो डीएपी खाद भी आता रहेगा। उप निदेशक आत्मा राम गोदारा ने बताया कि किसानों द्वारा आम तौर पर गेहूं की बिजाई के दौरान डीएपी का प्रयोग किया जाता है।
खाद, दवाई िबक्री केंद्रों का किया निरीक्षण
कृषि विभाग के एसडीओ देवेंद्र कुहाड़ के नेतृत्व में विभाग की टीम जिलाभर के खाद व दवाई बिक्री केंद्रों का निरीक्षण कर रही है। जिसमें टीम द्वारा बिक्री केंद्र पर उपलब्ध पीओएस मशीन का डेटा और केंद्र पर उपलब्ध भौतिक खाद के रिकार्ड का मिलान किया जा रहा है। जिस भी बिक्री केंद्र पर पीओएस मशीन के डेटा व उपलब्ध खाद के स्टॉक से मिलान नहीं होता तो उनको नोटिस दिया जा रहा है। एसडीओ देवेंद्र कुहाड ने विभिन्न बिक्री केंद्रों का निरीक्षण करके खाद के रिकार्ड का मिलान किया गया।