सिरसा, 11 नवंबर (हप्र)
जिले में डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। घंटाघर चौक क्षेत्र में रहने वाली 11 वर्षीय बच्ची की डेंगू के कारण मौत होने की भी जानकारी सामने आई है। जिले में अब तक डेंगू के 185 मामले सामने आ चुके हैं। विभागीय अधिकारियों का दावा है कि जहां पाजिटिव केस अधिक हैं, वहां फागिंग करवाई जा रही है, परंतु अभी तक सिरसा शहर में फॉगिंग शुरू नहीं हुई है।
डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सिविल अस्पताल में अलग से वार्ड बनाया गया है। वहीं, शहर के अधिकतर निजी अस्पतालों में डेंगू मरीजों की भरमार है। डेंगू के कारण मरीजों में खून की कमी आ रही है, जिस कारण ब्लड बैंकों में भी रक्त व एसडीपी (सिंगल डोनर प्लेटलेट्स) की मांग बढ़ी हुई है।
शहर के घंटाघर चौक के निकट स्थित गली बियानी वाली में रहने वाली 11 वर्षीय लड़की की डेंगू से मौत होने का मामला सामने आया है। बच्ची के पिता नरेंद्र वर्मा के मुताबिक दो-तीन दिन से उसकी बेटी को बुखार था। निजी अस्पतालों में इलाज करवाया, परंतु उसकी स्थिति बिगड़ी चली गई। उसके दिमाग व फेफड़ों में सूजन होने की बात सामने आई है। वहीं, मलेरिया रोग रोकथाम अधिकारी डा. गौरव अरोड़ा का कहना है कि अभी बच्ची की एलाइजा रिपोर्ट नहीं आई है। उन्होंने बताया कि सिरसा में अब तक 182 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें वर्तमान में 4 संक्रमित हैं जबकि 6 आशंकित हैं तथा नौ मरीज प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती हैं। डेंगू के कारण मौत के बाद नगर परिषद के अधिकारी हरकत में आ गए। विभागीय अधिकारियों ने तुरत-फुरत प्रभावित क्षेत्रों में फागिंग के आदेश जारी किए हैं। विभाग द्वारा टीमें बनाकर पहले उन क्षेत्रों में फागिंग करवाई जाएगी, जहां डेंगू के मामले अधिक हैं।
रोकथाम को कदम नहीं उठाया तो स्थिति होगी भयावह : सैलजा
सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश में बदलते मौसम में वायरल, टाइफाइड की चपेट में आ रहे हैं, वहीं डेंगू तेजी से पांव पसार रहा हैै और कई लोगों की जान भी ले चुका है। अभी तक फॉगिंग का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू नहीं किया गया है। अगर सरकार ने डेंगू की रोकथाम के लिए कोई उचित कदम नहीं उठाया तो प्रदेश में भयावह स्थिति पैदा हो सकती है। कुमारी सैलजा ने कहा है कि डेंगू के अलावा प्रदेश में लोगों को वायरल, टाइफाइड ने जकड़ रखा है।
कई स्थानों पर डेंगू मामले अधिक आने से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। पंचकूला हॉट स्पाट बना हुआ है। प्रदेश में करीब 4500 केस सामने आए हैं। सिरसा सहित कई जिलों में डेंगू के प्रभाव से हुई मौत के मामले भी सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एक-दूसरे को आदेश देने में लगे हुए हैं। अधिकारी फॉगिंग का आदेश देते हैं, कर्मचारी रिपोर्ट भेजते हैं कि कई बार फॉगिंग करा दी, पर धरातल में ऐसा कुछ नहीं है।