बराड़ा, 20 अक्तूबर (निस)
साहा स्थित नंदलाल गीता विद्यामंदिर में 11वीं के छात्र से एक ऐसा रोबोट बनाया है जो सीमा पर निगरानी के लिए मददगार साबित होगा। साहा के गांव रामपुर निवासी 16 वर्षीय दुर्गेश राणा ने इस रोबोट को बनाया है। 23 सितंबर को जींद में हुए साइंस एग्जीबिशन के लिए उसने इस रोबोट का निर्माण किया और एग्जिबिशन में इसे प्रदर्शित किया जहां उसे प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ। दुर्गेश का कहना है कि वह इंजिनियर बनना चाहता है और देश के लिए ऐसे अविष्कार करना चाहता है। इस रोबोट का इस्तेमाल बॉर्डर पर जासूसी के लिए किया जा सकता है। छोटा होने के कारण यह आसानी से दूसरे देश की सीमा में घुस सकता है। आगे और पीछे लगा कैमरा वहां के सारे दृष्य कैमरे में कैद करेगा और दूर बैठा ऑपरेटर कैमरे में सारे दृष्य देख सकता है।
ऐसे करता है काम: छात्र दुर्गेश राणा ने बताया कि यह रोबोट मोबाइल से कनेक्ट होगा। ब्लुटूथ और वाईफाई से यह चलेगा। इसके आगे और पीछे कैमरा है जो सभी तस्वीरें दिखाएगा। इसमें अल्ट्रासॉनिक सेंसर लगा होने से अगर इसके आगे कुछ आएगा तो यह रास्ता बदल लेगा। इफ्रारेड (आईआर) रिले मॉड्यूल खतरे को भम्पये ही सायरण देगा। इसमें सर्वो मोटर, टावर प्रो एमसी, पावर फुल गेयर मोटर, आरडी युनो आर 3मोटर ड्राइववर ईएलडब्लयू 298एन लगी है। चार टायर होने के कारण यह रेत में भी चल पाएगा और अन्य क्षेत्र में भी। पेशे से किसान दुर्गेश के पिता तरसेम राणा ने बताया कि पिछले वर्ष दुर्गेश ने रिमोट से चलने वाली कार भी बनाई थी। उनका सपना है कि दुर्गेश इंजीनियर बने।