सोनीपत, 29 सितंबर (हप्र)
गांव कामी की पंचायत के फंड में 12.46 लाख रुपये के गबन और धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने दो फर्म मालिकों को प्रोडक्शन वारंट पर किया है। आरोपी गांव हुल्लाहेड़ी का संजय व गांव अटायल का सुरेंद्र हैं। पूछताछ के बाद उन्हें अदालत में पेश किया, जहां उन्हें जेल भेज दिया गया।
गांव कामी के ग्राम सचिव ने 13 मई को सदर थाना पुलिस को बताया था कि कामी गांव के सरंपच व तत्कालीन ग्राम सचिव ने पंचायत के खातों में जमा राशि के साथ गड़बड़ी की है। पुलिस को शिकायत देकर सरपंच वेदपाल, तत्कालीन ग्राम सचिव सुरजीत ने मलिक इंटरप्राइजेज व राणा इंटरप्राइजेज के साथ ही ओबीसी व पीएनबी गन्नौर के मैनेजरों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। फर्जी कागजात द्वारा 12.46 लाख निकाले गए। 13 अप्रैल को सरपंच वेदपाल ने बताया था तत्कालीन ग्राम सचिव सुरजीत ने आरसीसी स्लैब बनाने के लिए 9.44 लाख का चेक मलिक इंटरप्राइजेज के नाम पर दिया था। इसका न बिल मिला और न ही स्लैब बनाए गए। जब उन्होंने कंपनी से पूछा, तो पता लगा कि ग्राम सचिव ने चैक दिया था, लेकिन यह नहीं बताया कि किस काम के लिए है और वह पैसे नकद लेकर चला गया था। सरपंच ने बताया कि 605000 रुपये एफसीसी स्कीम के तहत निकाले, जो वापस जमा करा दिए गए थे। साथ ही 3 लाख पंचायत फंड से निकाले गए थे। 22 अप्रैल को सरपंच कामी को 12.44 लाख रुपये जमा कराने का नोटिस दिया गया। सरपंच ने रुपये जमा करा दिए थे।
आरोपियों ने एक अन्य पंचायत में की थी गड़बड़ी
पुलिस ने मलिक इंटरप्राइजेज के सुरेंद्र व राणा इंटरप्राजेज के संजय को प्रोडक्शन वारंट लिया है। आरोपी पहले ही दूसरी पंचायत के फंड में गड़बड़ी के आरोप में जेल थे।