सोनीपत, 8 दिसंबर (हप्र)
कृषि कानूनों के खिलाफ अलग-अलग जगह धरने पर बैठे तीन किसानों की मौत हो गई। इनमें एक किसान झज्जर के टीकरी बॉर्डर पर धरने पर बैठा था। पंजाब के मोगा के रहने वाले मेवा सिंह की हार्ट अटैक के कारण मौत हुई। सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर एक युवा किसान अजय की मौत हो गई। ‘भारत बंद’ के आह्वान पर जींद के गांव उझाना तथा गढ़ी के बीच धरने पर बैठे एक किसान की कथित तौर पर हृदय गति रुकने से मौत हो गई। आंदोलन के दौरान अब तक 8 किसानों की मौत हो चुकी है। इनमें से पांच की मौत टीकरी बॉर्डर पर चल रहे धरने पर हुई हैँ।
कुंडली बॉर्डर पर सोनीपत के बरोदा का रहने वाला 32 वर्षीय अजय काफी दिनों से धरने पर बैठा था। ठरात को खाना-खाने के बाद वह सड़क पर सो गया था। इस मामले की सूचना पर पहुंची कुंडली थाना प्रभारी रवि कुमार ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। किसान की मौत पर भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी व अन्य ने अजय के शहीद होने के नारे लगाए। वहीं, किसान की मौत की जानकारी मिलने पर बरोदा से कांग्रेस विधायक इंदूराज नरवाल भालू ने उनके परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। साथ ही सरकार से उसके परिजनों को एक करोड़ रुपये व सरकारी नौकरी देने की मांग की है।
झज्जर (हप्र) : टीकरी बॉर्डर पर डटे एक ओर किसान की मंगलवार को मौत हो गई। हृदय गति रुकने से मौत का शिकार हुआ किसान मेवा सिंह पंजाब के मोगा जिले के गांव खोटे का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि बॉर्डर पर धरने के दौरान ही मेवा सिंह को हार्ट अटैक हुआ और उनकी मौत हो गई। मेवा सिंह की मौत के बाद अब आंदोलन के दौरान मरने वाले किसानों की संख्या 5 हो गई हैं, जिनमें चार किसान पंजाब के थे, जबकि एक हरियाणा के डबवाली का रहने वाला था।
नरवाना (अस) : ‘भारत बंद’ के आह्वान पर जिले के गांव उझाना तथा गढ़ी के बीच धरने पर बैठे एक किसान की कथित तौर पर हृदय गति रुकने से मौत हो गई। गांव उझाना निवासी किसान किताब सिंह (60) मंगलवार सुबह गांव के निकट गढ़ी मार्ग पर चल रहे धरने की अगुवाई कर रहे थे। दोपहर को किताब सिंह की तबीयत खराब हो गए और वह बेसुध होकर गिर गए। साथी किसान सिंह को उपचार के लिए नरवाना सामान्य अस्पताल लेकर गए। वहां डाक्टरों ने सिंह को मृत घोषित कर दिया। किताब सिंह के बेटे जितेंद्र ने बताया ‘’ मेरे पिता पिता धरने के लिए पहुंचे थे वहां दोपहर को हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गई।
मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख देंगे कुंडू
चंडीगढ़/रोहतक (ट्रिन्यू/निस) : महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने किसान आंदोलन में शहीद होने वाले हरियाणा के किसानों के आश्रित परिवारों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही, उन्होंने हरियाणा की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार से मांग की है कि किसान आंदोलन में शहीद होने वाले सभी किसानों के आश्रित परिवारों को 50-50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और परिवार के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। विधायक ने कहा, अब तक किसान आंदोलन में हरियाणा के कई किसानों की जान जा चुकी है। तकरीबन छोटे किसान थे। ऐसे में उन्होंने शहीद किसानों के परिवारों को आर्थिक मदद करना तय किया है।