भिवानी (हप्र) भक्ति नि:स्वार्थ भाव से करो। नेकी करो और दरिया में डालो। सन्त यही करते हैं। सन्त तो करके भी अनजान बन जाते हैं क्योंकि वे परहित और परोपकार के लिए ही देह धारण करते हैं। यह सत्संग वचन सन्त कंवर साहेब महाराज ने दिनोद में स्थित राधास्वामी आश्रम में फरमाये। गुरु महाराज बसन्त पंचमी के अवसर पर अंटा (सफीदों) शाखा में होने सत्संग को दिनोद से ही ऑनलाइन दे रहे थे। कोरोना काल में सभी सत्संग दिनोद से संगत के लिए ऑनलाइन प्रसारित किए जाते हैं।