रादौर, 26 अगस्त (निस)
इनेलो प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं जिला परिषद के पूर्व वाइस चेयरमैन खिला राम नरवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार की ओर से गन्ने के एफआरपी में 5 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। डीजल, पेट्रोल, बिजली दर व अन्य कृषि आधारित वस्तुओं के दाम जिस तेजी से बढ़ रहे हैं। उसके हिसाब से एफआरपी में मामूली वृद्धि करना किसानों के साथ छलावा है। नरवाल वीरवार को रादौर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से गन्ना उत्पादन के दामों में लगातार वृद्धि हो रही है, उस हिसाब से गन्ने का भाव कम से कम 400 रुपए प्रति क्विंटल होना चाहिए। तीन साल से गन्ने के दामों में कोई वृद्धि नहीं की गई है। डीजल, पेट्रोल व लेबर सहित अन्य कृषि आधरित वस्तुओं में लगातार वृद्धि हो रही है। किसानों के साथ खेती लगातार घाटे का सौदा साबित हो रही है। ऐसे में सरकार द्वारा केवल 5 रुपए प्रति क्विटल की वृद्धि से किसानों पर महंगाई की मार पड़ेगी। इस अवसर पर मामचंद लाठर, गुरमेज बदनपुरी भी उपस्थित थे।