भिवानी, 3 जुलाई (हप्र)
बढ़ती मंहगाई व भंयकर बेरोजगारी के चलते मजदूर व मध्यम वर्ग की जिंदगी नरक बन गई है। यह बात प्रमुख बुद्धिजीवी डॉ. देवेंद्र बोहरा ने कितलाना टोल पर धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर में 12 करोड़ लोग बेरोजगार हो गए थे और उससे पहले सरकार के नोटबंदी निर्णय ने औद्योगिक उत्पादन की कमर तोड़ कर रख दी थी जिससे करोड़ों लोगों का एकदम रोजगार छूट गया था और प्रवासी मजदूरों के सामने भोजन और रिहायश की गंभीर समस्या पैदा हो गई थी। अपने अपने गांव में जाने की तमन्ना से यातायत नहीं मिलने के कारण हजारों मजदूर भूख व दुर्घटनाओं के शिकार होकर मौत के मुंह में चले गए।
इस मौके पर किसानों में जन जागरण अभियान चलाने वाले डॉ अजय बल्हारा ने कहा कि जीएसटी ने मंहगाई बढ़ाकर बेरोजगारों का जीना हराम कर दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर ने एक तरफ इलाज के अभाव में लाखों मजदूरों की जिंदगी समाप्त कर दी वहीं 2.2 करोड़ लोग अपनी नौकरी से हाथ धो बैठे।
इस मौके पर मास्टर ताराचन्द चरखी, सुरेन्द्र कुब्जानगर, रणधीर कुंगड़, आजाद प्रधान अटेला, कप्तान रामफल डोहकी, रामफल देशवाल, सत्यवान कालूवाला, जगदीश हुई, सुबेदार सतबीर सिहं, समुन्द्र सिहं धायल आदि मौजूद रहे।
जाटु खाप युवा कमेटी गठित
भिवानी (हप्र) : किसान आंदोलन को तेज करने के लिए जाटु खाप धनाना ने गांव मित्ताथल में बैठक का आयोजन किया। बैठक की अध्यक्षता जाटु युवा राजेश फौगाट, सुंदर पहलवान बामला, संदीप सिवाच ने संयुक्त रूप से की। बैठक में खाप के युवाओं की कमेटी का गठन किया गया। यह कमेटी गांव-गांव जाकर दिल्ली बॉर्डर पर जाने के लिए युवाओं को प्रेरित करेगी और हर गांव से खाद्य सामग्री का प्रबंध करेगी। जिससे आंदोलन की गति तेज हो सके। जाटु खाप 84 किसान आंदोलन के कार्यवाहक प्रधान रोहताश पहलवान व युवा किसान नेता संदीप सिवाच ने संयुक्त रूप से कहा कि बैठक में धनाना, घुसकानी, मित्ताथल, जताई, मुंढाल, पुर, सिवाड़ा, मंढाणा, कुंगड़, भैणी, बड़ेसरा, सुखपुरा आदि 10 गांवों के युवाओं ने भाग लिया है।