गुहला चीका, 13 अक्तूबर (निस)
जल जीवन मिशन के अंतर्गत ग्राम पंचायतों, ग्राम जल एवं सीवरेज समितियों, पंप ऑपरेटरों और आरएमई कर्मचारियों के लिए ग्रामीण जल आपूर्ति योजनाओं के संचालन और रखरखाव पर पांच दिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यक्रम जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग कैथल एवं जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन (वासो) के सौजन्य से खंड एवं विकास पंचायत अधिकारी कार्यालय चीका के सभागार में आयोजित किया गया। कार्यशाला में जल-थल-मल पुस्तक के लेखक सोपान जोशी ने शिरकत की तथा अध्यक्षता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के वासो के जिला सलाहकार दीपक कुमार ने की। सोपान जोशी ने कहा कि विज्ञान में जितनी भी प्रगति हुई है, उसने पानी को बनाना संभव नहीं बनाया है। पृथ्वी का सारा पानी अरबों वर्षों से हैं। दीपक कुमार ने कहा कि जल जीवन मिशन में ग्राम जल एवं सीवरेज समिति की अहम भूमिका है। जल जीवन मिशन को सफल बनाने के लिए वीडब्ल्यूएससी को आगे आना चाहिए, ताकि गांव के हर घर को जल जीवन मिशन के तहत एफएचटीसी मिल सके। श्याम लाल उपमंडल अभियंता ने कहा कि जल है तो कल है। हर व्यक्ति को जल संरक्षण करना होगा, तभी हमें जल मिलेगा। बीआरसी, रघबीर सिंह ने ग्राम जल एवं सीवरेज समिति के कर्तव्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रशिक्षण कार्यशाला में आज गांव नंदगढ़, लालपुर, हेमू-माजरा, भटियान, स्यो-माजरा, शादीपुर, गढ़ी नजीर, गुरुनानक नगर, अजीमगढ़, महमूदपुर, रत्ताखेड़ा लुकमान, दाबा, चाबा और सरोला गांव के सरपंच, पंच, ग्राम सचिव, आंगनबाडी कार्यकर्ता एवं ग्राम जल एवं सीवरेज समितियों के सदस्य ने भाग लिया है।