यमुनानगर, 20 दिसंबर (हप्र)
हरियाणा बैकवर्ड एवं मजदूर क्रांति मोर्चा के अध्यक्ष जयचंद चौहान का कहना है कि जिस तरह तीन कृषि कानून किसानों के लिए कम पूंजीपतियों के ज्यादा फायदेमंद हैं, उसी तरह पिछले दिनों केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए 84 श्रम कानूनों के स्थान पर बने चार श्रम कोड बिल भी मजदूरों की बजाय पूंजीपतियों के हित के लिए बनाए गए हैं। जयचंद चौहान ने मोर्चे की बैठक में कहा कि सरकार किसानों व मजदूरों को समाप्त करना चाहती है और पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है। श्रम कोड कानूनों के लागू होने के बाद मजदूर पूरी तरह से फैक्ट्री मालिकों की गिरफ्त में आ जाएगा उसे अपनी बात कहने करने का भी कोई अधिकार नहीं होगा।