यमुनानगर, 8 जनवरी (हप्र)
गन्ना उत्पादक किसान नेता सतपाल कौशिक ने देश के प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, कृषिमंत्री, मुख्य सचिव को पत्र लिखकर नारायणगढ़ शुगर मिल की जांच सीबीआई व स्टेट विजिलेंस से कराने की मांग करते हुए सहकारी मिलों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाते हुए पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में अनुरोध किया है कि अम्बाला जिला में स्थित नारायणगढ़ गन्ना शुगर मिल की आज आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय है और वह दिवाला होने के कगार पर खड़ी है। शुगर मिल की कुल अनुमानित कीमत/वर्थ 225 करोड़ से अधिक नहीं है, जबकि सरकार के सहकारी बैंक 125 करोड़, हरेडा के 125 करोड़, किसानों के 60 करोड़, ईडी के 100 करोड़ व बैंकों का कर्ज मिलाकर शुगर मिल के 500 करोड़ से अधिक के लगभग कर्जदार हैं।
उन्होंने कहा कि गत दिनों शुगर मिल मालिक को हेराफेरी के मामले में सरकार द्वारा बनाई गई एसआईटी ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है, अभी वह रिमांड पर है। उन्होंने कहा किमिल प्रबन्धकों ने हरियाणा सहकारी बैंकों से किसानहित के लिए बगैर गारंटी के कर्ज लेकर उस धन का प्रयोग निजी प्रयोग में लाकर सरकार व किसानों के साथ धोखा किया है। इसलिए इस सारे मामले की जांच स्टेट विजिलेंस या सीबीआई से करवाई जाए।