भिवानी, 26 सितंबर (हप्र)
न्यायपालिका द्वारा निर्दोष साबित किए जाने के बाद भी बर्खास्त पीटीआई लगभग दो वर्षों से भर्ती बोर्ड की गलती का बोझ अपने कंधों पर उठाते हुए सजा भुगत रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार बर्खास्त पीटीआई की बहाली की ओर कोई कदम नहीं उठा रही है। यह बात स्थानीय लघु सचिवालय के समक्ष धरने पर बैठ अपनी बहाली की गुहार लगाते बर्खास्त पीटीआई को संबोधित करते हुए हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष दिलबाग जांगड़ा ने कही। रविवार को बर्खास्त पीटीआई का धरना 468वें दिन भी जारी रहा। दिलबाग जांगड़ा ने कहा कि पीटीआई की बहाली को लेकर प्रदेश के मुखिया द्वारा गत वर्ष 6 अक्तूबर को समायोजन का आश्वासन दिया गया था, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी बर्खास्त पीटीआई सड़कों पर बैठे हैं, जिसके विरोध में बर्खास्त पीटीआई ने 6 अक्तूबर से प्रदेश भर में भूख हड़ताल व करनाल पड़ाव की चेतावनी दी है।
कच्चे कर्मचारियों ने की पक्का करने की मांग
जुलाना/जींद (हप्र) : जुलाना कस्बे के जनस्वास्थ्य विभाग परिसर में रविवार को पब्लिक हेल्थ कर्मचारियों की एक बैठक का आयोजन किया गया। अध्यक्षता करते हुए ब्रांच प्रधान बलजीत तुषामड़ ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के साथ अन्याय कर रही है। अपने ही किये वादों को भुला बैठी है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए। उन्होंने कहा कि जुलाना क्षेत्र से सभी कर्मचारी 5 अक्तूबर को पंचकूला के सेक्टर 5 में भारतीय मजदूर संघ के आह्वान पर प्रदर्शन में भाग लेंगे। इस मौके पर प्रदेश उप प्रधान राजेश अहलावत, महावीर पांचाल, सतपाल मलिक सहित सैकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे।