चंडीगढ़, 30 दिसंबर (ट्रिन्यू)
कोरोना से बेशक तमाम परेशानियां लोगों ने उठाई होंगी, लेकिन यह साल उन परिवारों के लिए काफी सुखद रहा, जिन्होंने अपने बच्चों को ‘खो’ दिया था। गुमशदा हुए 10 हजार 868 बच्चों व व्यस्कों को ढूंढकर पुलिस ने इन परिवारों के चेहरों पर ‘मुस्कान’ लौटाई है। पुलिस ने जिन बच्चों को ढूंढा है, उनमें 3839 लड़के और 7 हजार 29 बेटियां शामिल हैं। हरियाणा पुलिस ने लापता बच्चों को तलाशने के लिए ऑपरेशन ‘मुस्कान’ शुरू किया था। डीजीपी पीके अग्रवाल ने बृहस्पतिवार को इस साल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि इनके अलावा पुलिस ने 1813 बाल भिखारियों और 2021 बाल श्रमिकों का पता लगाकर उन्हें छुड़वाया। ये बच्चे दुकानों व अन्य स्थानों पर आजीविका के लिए छोटे-मोटे काम करते हुए पाए गए। डीजीपी ने कहा कि बरामद बच्चों व व्यस्कों में से 9372 को पुलिस की फील्ड इकाइयां द्वारा ट्रेस किया गया। 1496 को स्टेट क्राइम ब्रांच की विशेष एएचटीयू द्वारा तलाशा गया। अग्रवाल ने कहा कि पुलिस की भूमिका ऐसे बच्चों और वयस्कों की देखभाल और सुरक्षा प्रदान करना भी है जो परिजनों से बिछड़ गए।