बिजेंद्र सिंह/निस
पानीपत,18 जुलाई
पानीपत में सीआईए-3 पुलिस टीम ने एयर फोर्स में भर्ती के लिए शनिवार को चल रही ऑनलाइन परीक्षा में इलेक्ट्रानिक उपकरणों द्वारा पेपर पास करवाने वाले गिरोह के 4 सदस्यों को काबू किया है। आरोपी पेपर पास करवाने के लिये हर परीक्षार्थी से 3 से लेकर 6 लाख रुपए तक लेते थे। आरोपियों की पहचान हिसार के गामड़ा गांव के जितेंद्र उर्फ जीतू निवासी गामड़ा, सोनीपत के बरोदा के रिक्की, रोहतक के आसन गांव के धर्मबीर और दादरी के हड़ौदी गांव के अमित के तौर पर हुई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 14 इयर ब्लू टूथ डॉट, 11 ब्लू टूथ, 4 पीले रंग की टेप व ब्लू टूथ में डलने वाले 35 सैल और 6 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इस बारे में रविवार को सीआईए प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर ने बताया की शनिवार को सीआईए की एक टीम गश्त के दौरान सेक्टर-18 में मौजूद थी। टीम को सूचना मिली की न्यू माडर्न सीनियर सेकेंडरी स्कूल गंदा नाला जीटी रोड पानीपत में लैब के अंदर एयरफोर्स में भर्ती के लिये ऑनलाइन टेस्ट चल रहा है। चंडीगढ़, अम्बाला, दिल्ली, जयपुर व अन्य स्थानों पर भी परीक्षा केंद्र बनाकर लैब में भी टेस्ट चल रहे थे। वहीं 4-5 व्यक्ति इस टेस्ट को ब्ल्युटूथ और फोन के माध्यम से व अन्य दूसरा तरीका अपना कर पेपर देने वाले युवकों से मोटी रकम लेकर अवैध तरीके से अलग-2 लैबों में संपर्क करके पेपर पास करवा रहे है। पुलिस टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर दबिश दी तो स्कूल के अन्दर कमरे में 4 व्यक्ति फोन पर लगे हुये थे। पुलिस टीम ने चारों युवकों को काबू करके उनके पास से इलेक्ट्रानिक उपकरणों सहित मोबाइल फोन बरामद कर लिए। उनके मोबाइलों का डेटा खुलवाकर जांच की तो काफी परीक्षार्थियों की रोल नंबर स्लिप व पेपर से संबंधित बातचीत मिली।
आरोपी डिफेंस सर्विसिज की देता है कोचिंग
सीआईए इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर ने बताया आरोपियों के खिलाफ थाना सदर में केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों को रविवार को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें 6 दिन के रिमांड पर लिया गया। प्रारंभिक पुलिस पूछताछ मे आरोपियों ने बताया की वे पेपर पास करवाने के लिए करीब 3 लाख रुपए और फाइनल सिलेक्शन के लिए 6 लाख रुपए प्रति परीक्षार्थी लेते थे। आरोपी रिक्की स्टूडेंट को आर्मी, एयर फोर्स व नेवी की कोचिंग देने के लिए रोहतक मे शीला बाइपास के पास भारत निर्माण नाम से एकेडमी चलाता है। आरोपी जितेंद्र उर्फ जीतू पहले भी ग्राम सचिव पेपर लीक मामले मे जेल जा चुका है।