महेंद्रगढ़, 3 नवंबर (हप्र)
हरियाणा में भाजपा सरकार बनने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। जिले में कांग्रेस के एक प्रमुख नेता के भाजपा में शामिल होने की अटकलें पिछले कई दिनों से जोर पकड़ रही थी। इन अटकलों ने और जोर तब पकड़ा जब राजनीतिक गलियारों में चर्चा छिड़ी कि पूर्व विधायक राव दान सिंह जल्द ही भाजपा की सदस्यता ले सकते हैं। इन चर्चाओं के केंद्र में रहे नेता का भाजपा में जाना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा सकता था, क्योंकि राव दान सिंह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के काफी करीबी माने जाते हैं और कांग्रेस पार्टी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं।
शनिवार को सोशल मीडिया पर दिनभर इन चर्चाओं का माहौल गरम रहा। कहा जा रहा था कि उक्त नेता के समधी, जो वर्तमान हरियाणा सरकार में मंत्री हैं, उन्हें भाजपा में शामिल करवाने की कोशिश कर रहे हैं। माना जा रहा था कि पार्टी हाईकमान से हरी झंडी मिलते ही उन्हे भाजपा में शामिल कराया जाएगा। इस बीच राजनीतिक गलियारों में इस मुद्दे पर खासी उत्सुकता बनी रही। कांग्रेस के अंदर भी इस खबर को लेकर हलचल मची हुई थी, क्योंकि यह नेता राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं और ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में भी उनके साथ सक्रिय भूमिका में दिखे थे।
विरोधी फैला रहे हैं अफवाह….
अफवाहों पर विराम लगाते हुए खुद पूर्व विधायक राव दान सिंह ने अपना बयान जारी किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सारी अफवाहें उनके राजनीतिक विरोधियों द्वारा फैलाई जा रही हैं, जिनमें कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा, मेरी आस्था और निष्ठा विद्यार्थी जीवन से ही कांग्रेस पार्टी के प्रति रही है। मैं कांग्रेस की मजबूती के लिए काम कर रहा हूँ और आगे भी करता रहूंगा। राव दान सिंह ने जोर देकर कहा कि वे कांग्रेस के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं और उनका पार्टी छोड़ने का कोई इरादा नहीं है।