चंडीगढ़, 28 अप्रैल (ट्रिन्यू)
अम्बाला कैंट में बन रहे अपनी तरह के देश के पहले शहीद स्मारक का इंफ्रास्ट्रक्चर लगभग तैयार हो चुका है। अब इसके इंटीरियर डिजाइन के लिए सरकार टेंडर जारी करेगी। इससे पहले सीएम मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित लालकिले में बनाए गए संग्रहालय का दौरा करेंगे। माना जा रहा है कि लालकिला संग्रहालय की झलक भी शहीद स्मारक में देखने को मिल सकती है।
यह प्रोजेक्ट गृह मंत्री अनिल विज का सपना है। वे विपक्ष में रहते हुए भी शहीद स्मारक के लिए आवाज उठाते रहे। हुड्डा सरकार में इसकी मंजूरी भी मिली लेकिन काम शुरू नहीं हो पाया। इसके पीछे बड़ी राजनीति भी रही। 2014 में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा सत्ता में आई तो विज ने सबसे पहले इस प्रोजेक्ट को मंजूर करवाया। जीटी रोड पर बन रहे शहीद स्मारक का 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।
शहीद स्मारक को सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा बनवाया जा रहा है, जो 22 एकड़ भूमि पर है। स्मारक को एक बड़े पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की सरकार की योजना है। यहां बता दें कि 1857 के विद्रोह की शुरुआत मेरठ से कुछ घंटे पहले अम्बाला कैंट में हो गई थी। इससे जुड़े दस्तावेज भी सरकार जुटा चुकी है।