ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 13 सितंबर
वैश्विक मंच पर नयी ऊंचाई छू रही हिंदी भाषा की यह विडंबना ही है कि अपने ही आसपास बच्चों को पचास का मतलब फिफ्टी या इक्कीस को ट्वेंटी वन कहकर समझाना पड़ता है। लेकिन हमारे-आपके आसपास ही ऐसे लोग भी हैं जो जुनून की तरह हिंदी के प्रसार-प्रचार और नये प्रयोगों में जुटे हैं। बृहस्पतिवार को ‘हिंदी दिवस’ के मौके पर आइये आज एक ऐसे ही सज्जन के बारे में जानें जिनकी मुहिम को कई जगह प्रशंसा मिल रही है। ये हैं कैथल के एक सरकारी स्कूल के प्राध्यापक डॉ. विजय चावला। खेल खेल में हिंदी सीखने की उनकी मुहिम को एनसीईआरटी ने भी अपनी वेबसाइट पर जगह दी है। अनेक पुरस्कारों से नवाजे गए डॉ. चावला ग्योंग गांव स्थित आरोही आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में हिंदी पढ़ाते हैं। उन्होंने हिंदी को सर्वसुलभ बनाने के लिए आधुनिकतम तकनीक का सहारा लिया क्योंकि हिंदी ‘लकीर की फकीर’ नहीं। तकनीक को साथ लेकर हिंदी को सर्वसुलभ बनाने की कोशिश का परिणाम यह है कि डॉ. चावला के मागदर्शन में विद्यार्थियों ने अनेक अवार्ड जीते।
डॉ. चावला बताते हैं कि उन्होंने बच्चों को हिंदी भाषा का गहन अध्ययन करवाने व हिंदी में प्रवीण करने के लिए 6 ई बुक्स लिखी हैं। उनका दावा है कि मनोरंजक शैली में लिखी गई ये ई बुक्स भाषा सिखाने के पारंपारिक उबाऊ मिथक को तोड़ती हैं। मनोवैज्ञानिक शोध के आधार पर उन्होंने 15 खेल-किट तैयार की हैं। सूचना संचार तकनीक के जरिये हरियाणा एजूसेट चैनल तथा दीक्षा पोर्टल हेतु तैयार किए 57 वीडियो तथा 400 से अधिक ई कंटेंट्स रिव्यू किए। डॉ चावला द्वारा तैयार वीडियो राज्य शैक्षिक शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, गुरुग्राम के माध्यम से हरियाणा एजूसेट चैनल तथा दीक्षा पोर्टल पर लाइव हो चुके हैं। चावला राष्ट्रीय स्तर की पाठ्य पुस्तक निर्माण समिति के सदस्य भी हैं। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय तथा शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर उन्हें राज्य शिक्षक अवॉर्ड 2023 से सम्मानित कर चुके हैं। वह भाषा सारथी सम्मान व भाषा नवाचारी सम्मान से भी नवाजे जा चुके हैं। उन्हें जिला प्रशासन ने भी सम्मानित किया। चावला को अब तक हरियाणा सहित 7 राज्यों में भाषा नवाचारी शिक्षक सम्मान मिल चुका है।
कार्टून वीडियो हो रही हैं कारगर
हिंदी सिखाने के लिए एनिमेटिड कार्टून वीडियो, सचित्र ई-व्याकरण, 15 भाषा खेल आदि बहुत कारगर साबित हो रहे है। उन्होंने छात्रों को ग्राफिक माइंड मैप आदि के माध्यम से हिंदी भाषा पढ़ाई। विद्यार्थियों को ई खेलों के माध्यम से परखा। डॉ. चावला ने हिंदी व्याकरण की ऑनलाइन खेल प्रश्नोत्तरियां तैयार की और सभी को नि:शुल्क भेजी गईं। नयी शिक्षा नीति एनसीईआरटी द्वारा तैयार की जा रही कक्षा एक व दो की सारंगी पाठ्य पुस्तक में डॉ विजय चावला का भी योगदान है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी दे चुके हैं प्रस्तुति : डॉ. चावला ने छत्तीसगढ़ में आयोजित ग्लोबल कॉन्क्लेव में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हुए अपने नवाचारी खेलों की प्रस्तुति दी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री व सभी शिक्षा अधिकारियों ने उनके भाषायी खेलों की खूब सराहना की। डॉ. चावला के नौ शोधपत्र अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त शिक्षा विभाग की शिक्षा सारथी पत्रिका में भी उनके लेख व उनके नवाचारी प्रयोगों की सफलता की कहानियां प्रकाशित हो चुकी हैं।