नारनौल, 9 अप्रैल (हप्र)
अधिवक्ता परिषद की जिला इकाई ने आज भारतीय नव वर्ष के अवसर पर अधिवक्ता चैम्बर परिसर में स्थित श्री हनुमान मंदिर के समक्ष हवन आयोजित किया गया। हवन में मुख्य यजमान अधिवक्ता चैम्बर्स सोसाइटी के अध्यक्ष यशवीर सिंह ढिल्लों एवं उनकी धर्मपत्नी रहे जबकि पूर्णाहुति जिला एवं सत्र न्यायाधीश विरेन्द्र प्रशाद एवं यजमान यशवीर ढिल्लों ने दी।
अधिवक्ता परिषद, नारनौल इकाई के जिला अध्यक्ष मनीष वशिष्ठ एडवोकेट ने बताया कि विक्रम संवत: 2081 आज चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के दिन प्रारंभ हुआ है। उन्होंने बताया कि 12 महीने का एक वर्ष तथा सप्ताह में 7 दिन रखने का चलन विक्रम संवत से ही प्रारंभ हुआ है। प्रधान मनीष वशिष्ठ ने कहा कि चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को विक्रम संवत प्रारंभ होने के अलावा भी अनेक महत्व हैं। उन्होंने कहा कि ब्रह्मा जी ने इसी दिन सृष्टि की रचना प्रारंभ की। भगवान राम का राज्यभिषेक, धर्मराज युधिष्ठिर का राजतिलक, नवरात्रों का प्रथम दिन, आर्य समाज की स्थापना, सिखों के द्वितीय गुरू श्री अंगद देव का जन्म दिवस तथा वरूणावतार संत झूलेलाल भी इसी दिन प्रकट हुए थे। हवन में हवनाचार्य पंडित महेन्द्र शास्त्री थे। जिला एवं सत्र न्यायाधीश विरेन्द्र प्रसाद व अन्य न्यायाधीशगणों ने सभी अधिवक्ताओं को भारतीय नववर्ष की शुभकामनाएं दी।
वहीं, शहर के मोहल्ला चौधरियान स्थित गौड़ ब्राह्मण सभा के प्रांगण में मंगलवार को विक्रमी नव संवत् 2081 प्रारंभ होने के शुभ अवसर हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हवन में बतौर मुख्य यजमान त्रिलोकचंद शर्मा व उनकी पत्नी सुदेश शर्मा मौजूद रहे। सभा भवन में आयोजित हवन कार्यक्रम आचार्य क्रांति निर्मल शास्त्री के सानिध्य में आयोजित किया गया। इस अवसर पर आचार्य क्रांति निर्मल शास्त्री ने बताया कि गुड़ी पड़वा के नाम से भी जाना जाता है। इस अवसर पर गौड़ सभा के सचिव कृष्ण ठेकेदार, विजय गोस्वामी, अशोक कौशिक, कृष्णकांत शर्मा एडवोकेट, भागीरथ शर्मा आदि सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे।