सोनीपत, 1 मार्च (हप्र)
सोनीपत-गोहाना-जींद रेलमार्ग से आवागमन करने वाले यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है। इस रेलमार्ग पर इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेन चलाने के लिए किए गए निरीक्षण की रिपोर्ट पर रेलवे में सहमति बन गई है। इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेन चलाने को लेकर मुख्यालय में सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि इस रेलमार्ग का पूरी तरह से विद्युतीकरण हो गया है और इस रेलमार्ग पर विद्युतकर्षण के साथ ट्रेन का संचालन किया जा सकता है। साथ ही रेल विभाग इस रेलमार्ग पर ट्रेनों की संख्या बढ़ाए जाने पर विचार कर रहा है।
पहली इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेन चलाने के लिए विद्युतीकरण किया जा रहा था, जिसके पूरा होने के बाद रेलवे ने कई दिन पहले चीफ कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी शैलेश कुमार पाठक ने डीआरएम डिंपी गर्ग के साथ मिलकर नव विद्युतकृत सोनीपत-गोहाना-जींद रेलमार्ग का ट्रायल लिया था, जो पूरी तरह से सफल रहा है। इस रेलमार्ग पर इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेन चलाने के लिए रेलवे ने अब हरी झंडी दे दी है।
सोनीपत-जींद वाया गोहाना के बीच के यात्रियों को रेल यातायात की सुविधा देने के लिए रेलवे इस मार्ग पर एक और ट्रेन चलाने पर विचार कर रहा है। सीसीआरएस के ट्रायल के दौरान भी इस रेलमार्ग से आवागमन करने वाले यात्रियों ने ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की मांग की थी। यात्रियों की मांग को लेकर रेलवे अधिकारियों का मानना है कि इस मार्ग पर ट्रेन की संख्या बढ़ाई जाएगी।
पूरे दिल्ली रेल मंडल का विद्युतीकरण
सोनीपत-गोहाना-जींद रेलमार्ग का विद्युतीकरण होने के चलते ही अब दिल्ली मंडल उत्तर रेलवे का पहला मंडल बन गया है, जिसमें सभी रेलमार्ग विद्युतीकरण से लैस हो गए हैं। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि इस मार्ग पर निरीक्षण के बाद करंट क्लेक्शन ट्रायल हुआ, जो सफल रहा है। इस मार्ग के विद्युतीकरण के साथ ही अब उत्तर रेलवे में दिल्ली मंडल 100 प्रतिशत विद्युतीकरण हो गया है।
सोनीपत-गोहाना-जींद रेलमार्ग का पूरी तरह से विद्युतीकरण कर दिया है। इस मार्ग पर इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेन चलाने के लिए 26 फरवरी को निरीक्षण किया गया था। जिसकी रिपोर्ट तैयार की गई है जिस पर रेलवे में सहमति बन गई है। दीपक कुमार, सीपीआरओ, उत्तर रेलवे