राजेश शर्मा/राजेश नागर
फरीदाबाद/बल्लभगढ़, 23 अक्तूबर
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश के विश्वविद्यालयों को आत्मनिर्भर बनाने में पूर्व छात्रों से योगदान देने के लिए आगे आने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व छात्र अपने संस्थानों को अपनाये और विश्वविद्यालय के सरकारी अनुदान को शून्य तक ले जाने का लक्ष्य निर्धारित करें।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल शनिवार को जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि वाईएमसीए फरीदाबाद में पूर्व छात्र मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने विश्वविद्यालय में लगभग 13 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले दीनदयाल उपाध्याय ज्ञान संसाधन केन्द्र की आधारशिला रखी। यह केन्द्र विश्वविद्यालय में विभिन्न विद्याओं के ज्ञान संसाधन का प्रमुख केन्द्र होगा। मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय में स्थापित महान भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया। जे.सी. बोस के नाम पर विश्वविद्यालय का नामकरण वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री द्वारा किया गया था। मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय परिसर में पौधरोपण भी किया।
इस अवसर पर केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर, कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा, विधायक सीमा त्रिखा, विधायक नरेन्द्र गुप्ता, विधायक विधायक राजेश नागर, नयनपाल रावत, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव अजय गौड़ उपस्थित थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों के साथ संवाद भी किया। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने मुख्यमंत्री को विश्वविद्यालय की विकास गतिविधियों एवं भावी परियोजनाओं से अवगत करवाया, जिसमें फरीदाबाद-गुरुग्राम सड़क मार्ग पर बनने वाले विश्वविद्यालय के दूसरे परिसर की परियोजना भी शामिल है। सीएम ने विश्वविद्यालय के दूसरे परिसर की परियोजना के क्रियान्वयन को लेकर अपने सुझाव भी दिये। समारोह को संबोधित करते हुए मनोहर लाल ने कहा कि विश्वविद्यालय को गुरुकुल पद्धति को अपनाना होगा। भारतीय शिक्षण पद्धति में गुरुकुल आत्मनिर्भर रहे है।