फरीदाबाद, 21 नवंबर (हप्र)
यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा का पता लगाने के लिए हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा सैंपल लेने का काम बंद कर दिया है। दावा किया जा रहा है कि दिल्ली से बह कर आ रही यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा कम हो गई है। यहां बसंतपुर में यमुना नदी से चार दिन नमूने लिए गए थे। इन्हें जांच के लिए लैब भेज दिया है। वहां से रिपोर्ट आना बाकी है। ये नमूने इसलिए लिए गए थे ताकि पता चल सके कि दिल्ली से होकर निकलने वाली यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा कितनी है।
बता दें कि छठ पूजा के दौरान दिल्ली सरकार ने मामला उठाया गया है कि यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा बढ़ने का कारण हरियाणा है। इसलिए दिल्ली में प्रवेश से पहले और यहां से निकलने वाली जगह पर अमोनिया की मात्रा जांचने के लिए नमूने लिए जा रहे थे। इससे पता चलता कि दिल्ली में प्रवेश व निकासी के बाद यमुना का जल कितना दूषित होता है। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की क्षेत्रीय अधिकारी स्मिता कनोडिया ने बताया कि उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद अब नमूने लेने बंद कर दिए गए हैं।
0.2 पीपीएम सामान्य मात्रा
यमुना में अमोनिया की 0.2 पीपीएम (पाट्र्स पर मिलियन) तक की मात्रा को सामान्य माना जाता है। इससे ज्यादा मात्रा होने पर यह स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है। यमुना नदी से ही आगरा व गुरुग्राम नहर भी निकलती हैं। इससे कई जिलों की हजारों एकड़ फसल की सिंचाई भी की जाती है। किसानों ने सब्जियों की फसल लगाई हुई है। यमुना नदी किनारे रेनीवेल भी लगे हुए हैं। जिनसे लाखों लोगों की प्यास बुझती है। ऐसे में यमुना में बढ़ रही अमोनिया इन्हें नुकसान पहुंचा सकती है।