भिवानी, 3 मार्च (हप्र)
आयुष्मान भारत योजना को लेकर प्राइवेट अस्पतालों में रोष है कि सरकार ने बजट में पर्याप्त बढ़ोतरी नहीं की और पिछले दो-तीन सालों से अस्पतालों के बिल समय पर नहीं दिए जा रहे हैं। बिना किसी ठोस कारण के मनमानी कटौतियां कर ली जाती है। पूछने पर कई महीनों तक जवाब नहीं मिलता।
केंद्र सरकार ने नवंबर 2021 में विभिन्न पैकेज की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी थी, लेकिन हरियाणा सरकार ने अब तक इन्हें लागू नहीं किया है। आईएमए जिला सचिव एवं बाल चिकित्सक डॉ. राज महता ने बताया कि आईएमए हरियाणा की ने मांगे पूरी न होने पर 15 मार्च से आयुष्मान और चिरायु स्कीम का काम बंद करने का सरकार को नोटिस दिया है। उन्होंने बताया कि यह फैसला प्रदेश कार्यकारिणी में लिया गया। इसमें आईएमए हरियाणा प्रधान डॉ. अजय महाजन, सचिव डॉ. धीरेंद्र सोनी, आयुष्मान कमेटी के चेयरमैन डॉ. सुरेश अरोड़ा मौजूद रहे।
डॉ. राज महता ने बताया कि कॉन्ट्रैक्ट के हिसाब से भुगतान 15 दिन में होना चाहिए अन्यथा उस पर ब्याज दिया जाना चाहिए। हालत यह है कि ब्याज तो दूर लागत भी महीनों तक नहीं मिलती। आयुष्मान भारत स्कीम 2018 में हरियाणा में शुरू की गई थी। पिछले 6 साल से उनके रेट में कोई भी उचित बदलाव नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि जुलाई 2023 में एसीएस हेल्थ ने वादा किया था कि हरियाणा सरकार के कर्मचारियों के इलाज की पात्रता के लिए अस्पतालों पर जबरदस्ती थोपी गयी आयुष्मान भारत की अनिवार्यता को समाप्त किया जाएगा, लेकिन इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।