चंडीगढ़, 4 जून (ट्रिन्यू)
हरियाणा में जनप्रतिनिधियों विशेष रूप से भाजपा व जजपा विधायकों व मंत्रियों के किसानों द्वारा किए जा रहे विरोध से सरकार ही नहीं पार्टी संगठन भी सकते में है। गत दिवस टोहाना से जजपा विधायक देवेंद्र सिंह बबली के साथ हुई घटना के बाद से नाराज़गी बढ़ गई है। इसी कड़ी में शुक्रवार को राई से भाजपा विधायक मोहन लाल बड़ौली के चंडीगढ़ स्थित सरकारी फ्लैट पर दिग्गज नेताओं की अहम बैठक हुई।
पार्टी प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, संगठन महामंत्री रविंद्र राजू और गृहमंत्री अनिल विज भी बैठक में मौजूद रहे। हरियाणा भाजपा के तीनों महामंत्री भी बैठक में पहुंचे। बड़ौली भी प्रदेश महामंत्री हैं। उनके अलावा लाडवा से पूर्व विधायक डॉ़ पवन सैनी व एडवोकेट वेदपाल ने भी शिरकत की। कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल को भी बैठक में बुलाया गया था।
सूत्रों का कहना है कि बैठक में भाजपा नेताओं ने इस बात पर नाराज़गी जताई कि आंदोलनकारियों द्वारा जनप्रतिनिधियों का इस तरीके से विरोध करना सही नहीं है। गृह मंत्री अनिल विज पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। बताते हैं कि बैठक में विज ने साफ कहा कि लोकतंत्र में अपनी बात रखने का अधिकार हर किसी को है, लेकिन इस तरह से जनप्रतिनिधियों का विरोध अब बर्दाश्त नहीं होगा।
माना जा रहा है कि विज को बैठक में इसलिए बुलाया गया क्योंकि गृह विभाग उनके पास है। ऐसी भी चर्चा है कि विज ने डीजीपी को इस बाबत निर्देश दिए हैं। बृहस्पतिवार की रात सीएम की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की अनौपचारिक बैठक में सभी मंत्रियों को जिलों में ग्रीवेंस कमेटियों की बैठकें लेने के निर्देश दिए जा चुके हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में मंत्रियों व विधायकों के जिलों में दौरों के दौरान उनकी सुरक्षा और भी कड़ी की जा सकती है। इससे पहले रविंद्र राजू की अध्यक्षता में सभी जिलाध्यक्षों व जिला प्रभारियों की बैठक हो चुकी है। धनखड़ प्रदेश स्तर पर अपनी टीम का गठन कर चुके हैं। बताते हैं कि इस बैठक में धनखड़ ने सभी जिलाध्यक्षों व प्रभारियों से प्रदेश कार्यकारिणी सदस्यों के लिए नाम मांगे हैं। अगले कुछ दिनों में प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों के नामों का ऐलान प्रदेशाध्यक्ष कर सकते हैं।