असीम यादव/हप्र
नारनौल, 24 दिसंबर
नसीबपुर जेल में एक लाख रुपए के रिश्वतकांड में जांच में शामिल नहीं होने व ड्यूटी से भी गैरहाजिर होने पर स्टेट विजिलेंस ने जेल अधीक्षक अनिल जांगड़ा और उप अधीक्षक कुलदीप हुड्डा की गिरफ्तारी के वारंट जारी कर दिए हैं। दोनों के घर व जेल पर नोटिस भी चस्पा कर दिए हैं।
मामले के अनुसार, 9 दिसंबर को स्टेट विजिलेंस की टीम ने इंस्पेक्टर अजित सिंह के नेतृत्व में नारनौल जेल वार्डर राजन को एक कैदी के भाई से एक लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार था। बाद में जेल अधीक्षक अनिल जांगड़ा व उप अधीक्षक कुलदीप हुड्डा पर भी रिश्वत का आरोप लगा। जिसके बाद जेल अधीक्षक अनिल जांगड़ा और उप अधीक्षक कुलदीप हुड्डा भूमिगत हो गए है। विजिलेंस ने दोनों की गिरफ्तारी को लेकर पिछले एक सप्ताह में कई ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन वे हाथ नहीं आये। विजिलेंस ने अब इन दोनों के घरों पर रिश्वत कांड मामले की जांच में शामिल होने के लिए नोटिस चस्पा किए हैं। नसीबपुर जेल एवं रेवाड़ी जेल में भी इसी तरह के नोटिस लगाए गए हैं और वहां के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी हाजिर होने पर जांच में शामिल करवाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
छापा फेल होने पर विजिलेंस इंस्पेक्टर सस्पेंड
15 दिसंबर सुबह विजिलेंस टीम ने इंस्पेक्टर अजीत सिंह के नेतृत्व में रेवाड़ी स्थित जेल अधीक्षक अनिल जांगड़ा के घर छापेमारी की, लेकिन इसकी जानकारी लीक होने की वजह से जेल अधीक्षक अनिल जांगड़ा रेड से कुछ देर पहले ही मुंह अंधेरे घर से फरार हो गए। जिसके बाद नूंूह विजिलेंस के इंस्पेक्टर अजित सिंह को सस्पेंड कर दिया है। अब इस केस की जांच का जिम्मा विजिलेंस इंस्पेक्टर नवल किशोर शर्मा को दिया गया है।
मामले की जांच जारी
इस संबंध में विजिलेंस इंस्पेक्टर नवल किशोर शर्मा ने कहा कि जेल सुपरिटेंडेंट और डिप्टी जेलर को जांच में शामिल कराने के लिए उनके घरों एवं जेल में नोटिस लगा दिए गए हैं। साथ ही गिरफ्तारी वारंट भी ले लिए गए हैं। मामले की जांच जारी है।