सोनीपत, 15 सितंबर (हप्र)
सोनीपत अनाज मंडी में धान की आवक शुरू हो गई है, लेकिन इस बार धान के भाव ने किसानों को झटका दिया है। रविवार को धान की किस्म 1509 की अधिकतम बोली महज 2871 रुपये प्रति क्विंटल ही लग पाई। पिछले साल खरीफ खरीद सीजन के शुरुआत में इस किस्म का भाव 3400 से लेकर 3500 रुपये प्रति क्विंटल था। उधर, आढ़ती नमी को कम भाव की मुख्य वजह बता रहे हैं। बता दें कि सोनीपत जिले में इस बार करीब एक लाख हेक्टेयर भूमि में किसानों ने धान की रोपाई व बिजाई की थी। धान की अगेती किस्में पक कर तैयार हो चुकी हैं। इसके बाद अब किसान धान की फसल को लेकर मंडी में पहुंचने लगे है। हालांकि, नमी अधिक होने की वजह से मंडी में इस बार धान का भाव काफी कम लग रहा है।
सोनीपत अनाज मंडी में रविवार को धान लेकर पहुंचे किसानों ने भाव के साथ-साथ उत्पादन पर भी चिंता व्यक्त की। किसानों ने बताया कि इस बार जुलाई में बरसात कम हुई। इस कारण धान की ग्रोथ पर असर पड़ा और उत्पादन अपेक्षाकृत कम हुआ है। एक एकड़ में बमुश्किल 20 क्विंटल धान का उत्पादन हो पाया है। वहीं, पिछले साल की अपेक्षा इस बार 500 से 600 रुपये प्रति क्विंटल भाव भी कम है। ऐसे में धान की फसल से अधिक लाभ किसानों को नही मिल पाएगा।
हालांकि, उम्मीद की जा रही है कि पछेती किस्मों में उत्पादन इस बार अधिक हो सकता है, क्योंकि अगस्त और सितंबर में अब तक अच्छी बरसात हुई है। सोनीपत अनाज मंडी में धान की आवक शुरू हो गई है। अभी किसान धान की किस्म 1509 ही लेकर पहुंच रहे है। सरकार सरकारी खरीद पर पीआर किस्म का धान खरीदती है। जिसकी खरीद प्रक्रिया 23 सितंबर से शुरू की जाएगी। सरकारी खरीद प्रक्रिया को लेकर संबंधित विभागों को सरकार की तरफ से निर्देश जारी किए जा चुके हैं। मार्किट कमेटी भी अनाज मंडियों में किसानों के लिए सुविधाओं को दुरुस्त करने में जुट गई है। खरीफ सीजन में किसान कपास, बाजरा, धान आदि फसलें मंडियों में लेकर पहुंचते है।
मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण जरूरी
खरीफ खरीद सीजन की सरकारी खरीद प्रक्रिया 23 सितंबर से शुरू होगी। सरकारी रेट पर फसल बेचने के लिए किसानों के लिए मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर फसल पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। इस बार सोनीपत जिले में करीब 2 लाख 49 हजार 649 एकड़ भूमि में उगी फसलों का किसानों ने पंजीकरण करवाया है। खरीफ सीजन में धान, कपास, बाजरा, मक्का आदि फसलें किसानों द्वारा उगाई गई है। धान की फसल की बात करें तो जिले के करीब 27 हजार 426 किसानों ने एक लाख 55 हजार 376 एकड़ बासमती धान और 9 हजार 207 किसानों ने 47 हजार 156 एकड़ में गैर बासमती भूमि का पंजीकरण करवाया है। किसानों ने 15 हजार 492 एकड़ भूमि का बाजरे का भी पंजीकरण करवाया है।