चंडीगढ़, 16 नवंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा के विश्वविद्यालयों में कांट्रेक्ट पर कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर भी अब सरकार से ‘जॉब गारंटी’ की मांग कर रहे हैं। कौशल रोजगार निगम के अंतर्गत कार्यरत 1 लाख 20 हजार के लगभग कांट्रेक्ट कर्मचारियों को रिटायरमेंट उम्र यानी 58 वर्ष तक रोजगार की गारंटी के लिए सरकार कानून बनाने का ऐलान कर चुकी है। इस तर्ज पर अब एक्सटेंशन व गेस्ट लेक्चरर के लिए भी सेवा की सुनिश्चितता बिल-2024 लाया जाएगा।
हरियाणा विधानसभा के चालू शीतकालीन सत्र के दौरान ही ये विधेयक पेश होंगे। इसी तर्ज पर हरियाणा यूनिवर्सिटीज कांट्रेक्चुअल टीचर्स एसोसिएशन (हुकटा) भी विश्वविद्यालयों में लंबे समय से कार्यरत करीब 1500 अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों को नियमित होने तक सेवा सुरक्षा करने को लेकर संघर्ष कर रही है। हुकटा ने सरकार से उम्मीद जताई है कि सरकार उन्हें भी रोजगार की गारंटी देगी। उनकी मांग 60 वर्ष की उम्र तक रोजगार की गारंटी देने की है। यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर का कहना है कि कॉलेजों में एक्सटेंशन लेक्चरर और उनमें समान योग्यताएं हैं। दोनों ही यूजीसी नेट व पीएचडी होल्डर हैं। उनका वेतन भी समान है और दोनों ही हायर एजुकेशन के अंतर्गत कार्यरत हैं। एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष विजय मलिक ने कहा कि ऐसे में उन्हें भी रोजगार की गारंटी मिलनी चाहिए। कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर का चयन (यूजीसी) द्वारा निर्धारित नियमों के तहत हुआ है।