फतेहाबाद, 18 नवंबर (हप्र)
रविवार को फतेहाबाद भाजपा कार्यालय में सदस्यता अभियान व चुनाव समीक्षा को लेकर मीटिंग लेने पहुंचे भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के समक्ष पूर्व पंचायत मंत्री व फतेहाबाद के टोहाना से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र बबली ने भितरघात का आरोप लगाते हुए जमकर भड़ास निकाली। देवेंद्र बबली ने टोहाना में उनकी खिलाफत करने वालों को भरे मंच से आड़े हाथ लेते हुए कहा कि टोहाना में बबली नहीं, कमल हारा है। उनके राजनीतिक धुर विरोधी माने जाने वाले राज्यसभा सांसद सुभाष बराला भी मंच पर ही उनके साथ मौजूद रहे। कहीं न कहीं बबली का गुस्सा व इशारा उनकी ही तरफ माना जा रहा है। गौरतलब है कि देवेंद्र बबली के नामांकन के समय मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी सुभाष बराला को मनाने उनके घर गए थे, परंतु बराला ने भाजपा प्रत्याशी बबली के चुनाव से दूरी बनाये रखी। यहां तक कि गृह मंत्री अमित शाह की टोहाना रैली के समय भी सुभाष बराला मंच पर नहीं आए। याद रहे कि जजपा के साथ गठबंधन के समय पंचायत मंत्री रहे देवेंद्र बबली तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की गुड बुक में थे, लेकिन जजपा में रहते हुए भाजपा में शामिल होने के बीच बबली ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन किया था। बबली ने कहा कि पार्टी स्तर पर अपनी बात रखनी जरूरी है। क्योंकि सिर्फ इसी पार्टी में लोकतंत्र है, यह पार्टी किसी की बपौती नहीं है। जब आप इसके मेंबर बन गए तो आप भी उतने ही हकदार हैं, कुछ लोग कहते हैं कि वे पार्टी में पुराने हैं। बबली ने फिर कहा कि अध्यक्ष जी आपसे अनुरोध है कि आप उन लोगों पर एक्शन लो। मेरे मन में जो बात थी, वह मैनें रख दी, मेरा अधिकार था, लेकिन आपको कहीं भी लगे कि मेरी गलती है तो जो आदेश दोगे, पालन करूंगा। मोहन लाल बड़ौली ने देवेंद्र बबली के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कौन-सा नेता क्या कर रहा है, कितने पानी में है, इसकी सारी खबर हाईकमान को है। उन्होंने यह भी कहा कि ज्यादा दु:खी होने की जरूरत नहीं, किसी के कहने से वोट ट्रांसफर नहीं होता।