उकलाना मंडी, 24 मार्च (निस)
चेतना काव्य मंच का कार्यक्रम होली के रंग कविताओं के संग धूमधाम के साथ महाराजा अग्रसेन पार्क में संपन्न हुआ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बरवाला के कवि मुकेश मित्तल पधारे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यभूषण बिंदल द्वारा की गई।
कार्यक्रम मंच के संरक्षक वासुदेव शर्मा की देखरेख में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में जय श्री बालाजी मित्र मंडल के अध्यक्ष बबलू गर्ग एवं अखिल भारतीय युवा अग्रवाल सम्मेलन की उकलाना इकाई के अध्यक्ष लकी गर्ग पधारे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सत्यभूषण बिंदल ने कहा, ‘बुढ़ापा हो जवानी हो रहो तैयार होली में’ रंगों की हो हर आंगन में बौछार होली में। मजा तो तब है होली का किसी से ना रहे अनबन, मिटे हर दिल से हे मित्रों सभी तकरार होली में। ताजा घटनाक्रम में होली के रंग मिलाते हुए उन्होंने कहा, एक कैदी गारंटी वाला लाया गुलाल, पीछे से रंग डाले केजरीवाल के गाल, समझ ना पाया वह हुआ यह क्या घोटाला, मला तो था गुलाल कैसे मुंह हो गया काला। वहीं, मुख्य अतिथि के रूप में पधारे मुकेश मित्तल ने कहा कि जो मिल जाए हमें भी आपका कुछ प्यार होली में, तो हम गाते फिरे होली सरे बाजार होली में, ना घबराओ ना शरमाओ ना घर में छुपके ही बैठो, बुलाता आपको है रंगों का त्योहार होली में।
कवि रामकुमार रानोलिया ने कहा आओ मित्रों हम-तुम मिलकर होली पर्व मनाएं, सच्चे दिल से कच्चे रंग का माथे तिलक लगाएं, मिटें
गिले व शिकवे सारे आज हमारे, रानोलियाआलिंगन बद्ध हो अपनेपन का एहसास कराएं। गांव बिठमड़ा से पधारे डॉ. वास्तव ने कहा, होली का मतलब पानी भरे गुब्बारे हैं, होली का मतलब चारों तरफ बहरे हैं होली का मतलब है दुश्मन से भी गले मिलें, होली का मतलब मस्ती भरे नजारे हैं।
प्रसिद्ध कवि भगवान दास चावला ने कहा रंगहीन मत बनो जहां में तुम रंगीन बानो, झूठ बोलने में भी है मित्रों परवीन बनो जीवन के पथरीले पथ पर कुछ तो मस्ती हो, रसगुल्ला भी बनो मगर कुछ तो नमकीन बनो।
कवि राजकुमार गर्ग ने कहा, होली का त्योहार तुम्हें मुबारक हो, रंगों की बौछार तुम्हें मुबारक हो, तुम तुम ना रहो ना मैं भी रहूं, खुशियों की बहार तुम्हें मुबारक हो। कार्यक्रम में हरियाणा अग्रवाल विकास संगठन के संरक्षक सतीश दनौदा एवं असहाय जन सेवा ट्रस्ट के संचालक पवन उकलाना ने भी होली पर्व की बधाई दी।