फतेहाबाद, 23 जून (हप्र)
इनेलो नेता अभय चौटाला ने कहा कि जिस प्रकार चौधरी देवीलाल ने 1987 में संघर्ष समिति का गठन करके प्रदेश से कांग्रेस का सूपड़ा साफ किया था, उसी तरह पार्टी प्रधान रामपाल माजरा के नेतृत्व में 5 सदस्यीय समिति का गठन किया है, जो प्रदेश में गैरभाजपा, गैर कांग्रेस सभी राजनितिक दलों व सामाजिक संगठनों को लेकर एक संघर्ष समिति का गठन करेगी, जिसके बैनर तले एक बड़ा आंदोलन चलाकर भाजपा को सत्ता से बाहर किया जाएगा।
अभय चौटाला रविवार को फतेहाबाद में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने लोकसभा परिणामों से कार्यकर्ताओं को मायूस न होने और विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाने का आह्वान किया। अभय चौटाला ने कहा कि इंडिया गठबंधन की नींव वर्ष-2022 में चौधरी देवीलाल की जयंती पर फतेहाबाद की धरती पर इनेलो की रैली में ही डाली गई थी। इनेलो की सम्मान दिवस रैली में नीतीश कुमार आए थे, यहां रैली से यह निर्णय लिया गया था कि न कांग्रेस को चुनना है, न ही भाजपा को चुनना है, तीसरा मोर्चा बनाया जाए। तब इंडिया गठबंधन की नींव रखी गई। इस गठबंधन में दलों को जोड़ा जाने लगा तो कांग्रेस ने चौटाला साहब को शामिल नहीं होने दिया। नीतीश कुमार को संयोजक बनाया जाना था, उन्हें भी नहीं बनने दिया, क्योंकि कांग्रेस को डर था कि यदि नीतीश संयोजक बने तो वे प्रधानमंत्री बन सकते हैं। इसलिए फिर नीतिश कुमार भाजपा के साथ गए तो अब बिहार की 39 में से 34 सीटें भाजपा, जदयू ले गए। यदि ऐसा न होता तो आज इंडिया गठबंधन की सरकार बनती। कांग्रेस के कारण इंडिया गठबंधन की सरकार
नहीं बनी।
बैठक में प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा, राष्ट्रीय प्रवक्ता उमेद लोहान, संदीप लोट, जिला अध्यक्ष बलविंदर केरो तथा भूपेंद्र कसवां मौजूद रहे।
‘ऐलनाबाद से ही लड़ूंगा चुनाव’
सिरसा (हप्र) : अभय सिंह चौटाला ने कहा कि वे अगला विधानसभा चुनाव ऐलनाबाद से ही लड़ेंगे क्योंकि यहां के मतदाताओं का उन पर काफी एहसान है। वे डबवाली रोड स्थित इनेलो जिला कार्यालय में जिलास्तरीय कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इनेलो लोकसभा चुनाव हारी है मगर हौसला नहीं हारी। इनेलो कार्यकर्ताओं ने मजबूती से चुनाव लड़ा जिसके दूरगामी परिणाम आएंगे।
‘हुड्डा की भाजपा से मिलीभगत’
अभय चौटाला सहित सभी वक्ता पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा पर बरसे। उन्होंने आरोप लगाया कि हुड्डा की भाजपा की मिलीभगत है। उन्होंने रोहतक से अपने बेटे को जिताने के लिए भिवानी-महेंद्रगढ़ से किरण चौधरी की टिकट काट दी। हुड्डा ने जानबूझकर भिवानी, गुरुग्राम सीट भाजपा को जितवाई। अब राज्यसभा में उम्मीदवार उतारने से यह कहकर मना कर दिया कि संख्या बल उनके पास नहीं हैं। एक तरफ तो राज्यपाल को और प्रेस को कहते हैं कि भाजपा अल्पमत में है, अब राज्यसभा की सीट तश्तरी में रखकर भाजपा को देकर एहसान उतार रहे हैं। फतेहाबाद से कांग्रेस प्रत्याशी की लाइन में लगे नेताओं पर भी कटाक्ष किया और कहा कि फतेहाबाद में कांग्रेस के 10 प्रत्याशी हैं। टिकट न मिलने पर कांग्रेस में भगदड़ मचेगी। ऐसा हाल पूरे प्रदेश में होने वाला है।