अमर बटार/निस
छछरौली, 7 जून
पहाड़ों से निकलकर मैदानी क्षेत्र में पहुंचते ही ममदूबास(कलेसर)में यमुना की बाढ़ के कारण बड़े पैमाने पर भूमि कटाव हो रहा है। ग्राम पंचायत कलेसर द्वारा उक्त स्थान पर बाढ़ सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। बाढ़ के कारण भूमि कटाव होने से कृषि भूमि को भारी नुकसान पहुंच रहा है। यमुना नदी की बाढ रोकथाम के लिए कलेसर में पत्थर के स्टड लगाने व कंक्रीट की दीवार बना कर पुख्ता प्रबंध किए जाने के कार्य शुरू किए गए हैं, लेकिन ममदूबास में अभी तक बाढ़ सुरक्षा के लिए किसी प्रकार के कोई प्रबंध अभी तक नहीं किए गए हैं। ग्राम पंचायत कलेसर के सरपंच प्रतिनिधि ज्ञान सिंह ने बताया कि गत वर्ष यमुना नदी की बाढ़ से हिमाचल सीमा पर बसे प्रदेश के पहले गांव ममदूबास में बड़े पैमाने पर भूमि कटा हुआ था, जिससे कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा।
गांव की आबादी भी बाढ़ के निशाने पर आ गई है। उन्होंने बताया कि पंचायत की ओर से उक्त स्थान (शिव मंदिर के निकट) पर बाढ़ रोकथाम के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन अभी तक कार्य शुरू नहीं हुआ। ग्रामीण गुलाब सिंह ने बताया कि हिमाचल की पहाड़ियों से निकलते ही यमुना नदी पहले गांव ममदूबास में शिव मंदिर के निकट नदी की बाढ़ से नुकसान हो रहा है। उक्त स्थान पर बाढ़ सुरक्षा के लिए तुरंत प्रबंध किए जाने की आवश्यकता है।