हरेंद्र रापड़िया/हप्र
सोनीपत, 20 सितंबर
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का झूठ बोलकर सत्ता में आई, लेकिन आय दोगुनी करना तो दूर की बात है उसने फसल की लागत दोगुनी कर दी। किसानों के कृषि उपकरणों पर टैक्स थोप दिया। भाजपा सरकार की तानाशाही की वजह से किसान आंदोलन में 750 किसानों की शहादत हुई। उन्होंने कहा कि हरियाणा उन शहादतों को भूलेगा नहीं और आने वाली 5 अक्तूबर को भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने का काम करेगा।
भूपेंद्र हुड्डा ने शुक्रवार को सोनीपत जिले की तीन विधानसभाओं में 11 जनसभाओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस के लिए वोट मांगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल के दौरान सोनीपत में मेडिकल कॉलेज, महिला विश्वविद्यालय, राजीव गांधी एजूकेशन सिटी, डॉ. भीमराव बाबा साहेब के नाम से नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान और चौ. छोटू राम राजकीय कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग जैसे राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थान आये। कांग्रेस सरकार के दौरान ही यहां उद्योगों ने रफ्तार पकड़ी व हजारों रोजगार पैदा हुए। लेकिन भाजपा ने सोनीपत की जनता से वोट लेकर 10 साल उसके साथ सौतेला बर्ताव किया, जिसका बदला लोग वोट से लेंगे।
हुड्डा ने लोगों से खरखौदा में कांग्रेस प्रत्याशी जयवीर वाल्मीकि, गोहाना में जगबीर सिंह मलिक और बरोदा में इंदूराज नरवाल के पक्ष में वोट की अपील की। इस दौरान भाजपा के प्रदेश सचिव उमेश शर्मा, संदीप मलिक, प्रदीप मलिक, सतबीर, दीपक, हरिप्रकाश, अंकित और नरेंद्र समेत कई नेताओं ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस ज्वाइन की। हुड्डा ने उनका कांग्रेस में स्वागत किया और पूर्ण मान-सम्मान का भरोसा दिलाया।
चुनाव प्रचार के दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ सांसद पंडित सतपाल ब्रह्मचारी भी मौजूद रहे। सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि यदि आप हरियाणा को फिर से नंबर-एक बनाना चाहते हैं तो कांग्रेस के प्रत्याशियों को जिताकर विधानसभा में भेजें।
मान जाओ प्रधानजी…!
शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुरुग्राम में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान उन्होंने अचानक सोहना में पार्टी के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र कुमार भारद्वाज के सोहना स्थित आवास की ओर अपना काफिला मुड़वा दिया। जितेंद्र कुमार भारद्वाज सोहना से कांग्रेस टिकट के प्रबलतम दावेदार थे। उनकी जगह पार्टी ने रोहतास खटाना को टिकट दे दिया। खटाना ने जिस दिन पार्टी ज्वाइन की, उसके एक घंटे बाद ही उन्हें प्रत्याशी भी घोषित कर दिया। इससे आहत और नाराज जितेंद्र भारद्वाज अपने घर ही बैठे हैं। राजनीतिक सक्रियता उन्होंने छोड़ दी है। माना जा रहा है कि हुड्डा उन्हें मनाने के लिए ही उनके घर पहुंचे। इस दौरान हुड्डा ने गोल-गप्पों का आनंद भी उठाया।