कैथल, 17 नवंबर (हप्र)
भारतीय संविधान की अनदेखी कर भाजपा सरकार देश को पुराने डिजाइन की ओर ले जाने की कौशिश कर रही है। माकपा के प्रदेश सचिव सुरेन्द्र मलिक ने यह आरोप लगाये। स्वतंत्रता सेनानी करतार सिंह सराभा के 110वें शहादत दिवस पर माकपा जिला कमेटी द्वारा आयोजित सेमिनार में उन्होंने यह बात कही। इस अवसर पर पार्टी राज्य स्तरीय सम्मेलन की तैयारी को लेकर स्वागत समिति का गठन किया गया।
कार्यक्रम में प्रेम चंद ने की तथा जिला सचिव सतपाल आनंद मौजूद थे। सेमिनार में रखे गए एक देश, एक चुनाव और लोकतंत्र विषय पर बोलते हुए प्रदेश सचिव ने कहा करतार सिंह सराभा ने ब्रिटिश साम्राज्यवाद से देश को मुक्त करवाने के लिये मात्र 19 साल की उम्र में शहादत दी। वे स्वतंत्रता, बन्धुत्व व बराबरी पर आधारित व्यवस्था के पक्ष में काम कर रहे थे। गदर पार्टी इस विचार को लेकर काम कर रही थी जिसका वे नेतृत्व कर रहे थे। भाजपा शासन के दौरान खासकर मोदी राज में संसदीय जनतंत्र के ऊपर हमला बोला जा रहा है। संसदीय जनतंत्र में सरकार लोगों के प्रति जवाबदेह है लेकिन भाजपा सरकार जवाबदेही से बचना चाहती है। मौजूदा समय में कार्पोरेट-साम्प्रदायिक गठजोड़ सत्ता में है। उत्पादन, भंडारण और वितरण का जनहित की बजाय एकाधिकार चाहता है।
उन्होंने कहा कि अब एक देश एक चुनाव की बात की जा रही है। केंद्र सरकार द्वारा गठित पूर्व राष्ट्रपति कोविंद कमेटी यह सिफारिश लेकर आ रही है। प्रचार किया जा रहा है कि एक देश एक चुनाव से खर्च कम होगा जबकि यह सही नहीं है बल्कि लोकतंत्र पर हमला होगा।
वर्तमान में संसद, विधान सभा, पंचयात व नगर निकाय के चुनाव सामान्य तौर पर पांच साल में करवाए जाते हैं। एक देश एक चुनाव में यह लागू नहीं होगा। यदि किसी राज्य, पंचायत या नगर निकाय के चुनाव का समय तीन साल की अवधि का शेष है तो उसे खत्म कर दिया जाएगा। इससे भाजपा सरकार की मंशा साफ तौर पर सामने आ जाती है।