रोहतक, 10 दिसंबर (निस)
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार को कभी भी टकराव की नीति नहीं अपनानी चाहिए। सरकार काे अहं नहीं रखना चाहिए, उसे जिम्मेदारी से जनता की जायज मांगों को बिना देरी मानना चाहिए। हुड्डा पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि एमएसपी की गारंटी के बिना नए कृषि कानून किसानों के हक में नहीं हो सकते। यूपीए सरकार में उनके नेतृत्व में बनी कमेटी के बारे में भाजपा भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है। हमारी कमेटी ने ऐसी कोई सिफारिश नहीं की थी, जिससे किसानों का अहित हो। हुड्डा ने कहा कि उनके नेतृत्व में बनी मुख्यमंत्रियों की कमेटी ने मंडियों के विस्तार की सिफारिश की थी, न कि उन्हें खत्म करने की। कमेटी ने कहा था कि मंडियों पर एकाधिकार नहीं होना चाहिए और उनका विस्तार हर किसान तक हो।
हुड्डा ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान मंडियों का इतना विस्तार किया गया कि हरियाणा में हर 8 से 10 किलोमीटर के दायरे में बड़ी मंडी है। यूपीए सरकार के द्वारा ही जिन मंडियों में जगह कम पड़ने लग गई थी, उन्हें बड़ा आकार दिया गया। इसके अलावा कमेटी ने स्वामीनाथन आयोग के सी2 फार्मूले के तहत किसानों को उनकी फसल का रेट देने की सिफारिश की थी, लेकिन नए कानूनों में सी2 फार्मूला तो छोडि़ए कहीं एमएसपी का जिक्र तक नहीं है। पूर्व सीएम ने बताया कि यूपीए सरकार के दौरान फसलों के एमएसपी में ऐतिहासिक बढ़ोतरी हुई है, लगभग हर फसल के रेट तीन गुना तक बढ़े हैं।