भिवानी, 31 मई (हप्र)
तीन काले कानून रद्द होने तक भाजपा और जजपा नेता अपने ग्रामीण दौरों पर जाने से गुरेज करें। यह चेतावनी वक्ताओं ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के धरने से दी। किसान नेताओं ने कहा कि सत्ताधारी नेता पुलिस-प्रशासन के बल पर भाईचारा बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इसके गंभीर परिणाम होंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
किसान नेताओं ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के साथ इलाके की तमाम खापों, किसान, मजदूर, सामाजिक, व्यापारी और कर्मचारी संगठनों ने भाजपा और जजपा के बहिष्कार का कठोर निर्णय लिया हुआ है। उसके बावजूद कई नेता अपने हाईकमान के सामने नंबर बनाने के लिए चोरी छिपे अपने किसी नजदीकी के घर प्रोग्राम कर लेते हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, सांसद धर्मबीर सिंह, पूर्व मंत्री कविता जैन, चैयरमैन बबीता फौगाट, पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी किसानों के विरोध की झलक देख चुके हैं। उन्होंने सत्ता से जुड़े नेताओं को आगाह करते हुए आगे से वो गांवों की ओर रुख न करें। कितलाना टोल पर धरने के 158वें दिन खाप सांगवान चालीस के सचिव नरसिंह डीपीई, , श्योराण खाप पच्चीस के प्रधान बिजेंद्र बेरला,फौगाट खाप उन्नीस के विनोद मोड़ी, जाटू खाप के राजसिंह, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, बलबीर बजाड़, जागेराम डीपीई, मामकौर डोहकी, प्रेम कितलाना, सुभाष यादव ने अध्यक्षता की। इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि सरकार तुरंत तीनों कानून रद्द करे।