कुरुक्षेत्र, 23 जून (हप्र)
कुरुक्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक अरोड़ा का कहना है कि बीजेपी दलित और पिछड़ा विरोधी मानसिकता से पीड़ित है। इसीलिए ये सरकार प्रदेश से सरकारी शिक्षा, पक्की नौकरी और एससी-ओबीसी का आरक्षण खत्म कर रही है। इसके लिए सरकार ने सरकारी संस्थाओं की फीस में कई गुणा बढ़ोत्तरी कर दी है। एमडीयू की फीस 5 गुणा तक बढ़ाकर सरकार ने गरीब, किसान, एससी और ओबीसी परिवारों के बच्चों को उच्च शिक्षा से दूर करने के प्लान को जमीन पर उतारना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों की हालत ऐसी हो गई है कि यूजीसी ने प्रदेश की 2 सरकारी यूनिवर्सिटी महाराणा प्रताप हॉर्टिकल्चर यूनिवर्सिटी करनाल और स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा राई को डिफॉल्टर की सूची में डाल दिया है। अरोड़ा ने कहा कि बीजेपी ने आरक्षण को सिर्फ कागजों तक सीमित कर दिया है, क्योंकि जब सरकारी शिक्षा और सरकारी नौकरियां ही नहीं होंगी तो आरक्षण अपने आप खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आरक्षण को खत्म करने के लिए ही इस सरकार ने पिछड़ा वर्ग की क्रीमी लेयर लिमिट को कम किया। केंद्र में क्रीमी लेयर की जो लिमिट 8 लाख है, उसे हरियाणा सरकार ने घटाकर 6 लाख कर दिया है। इसके चलते लाखों ओबीसी परिवारों का आरक्षण खत्म हो गया है। कांग्रेस सरकार बनने पर इसे बढ़कर 10 लाख किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा की हार के बाद अब बीजेपी 100-100 गज के मुफ्त प्लॉट बांटने की बात कह रही है। जबकि कांग्रेस सरकार ने एससी-ओबीसी के गरीब परिवारों को प्लॉट बांटने की ये क्रांतिकारी योजना शुरू की थी। इस योजना के जरिए लगभग 4 लाख परिवारों को 100 गज के मुफ्त प्लॉट बांटे गए थे। कांग्रेस ने 7 लाख से ज्यादा परिवारों को प्लॉट देने की योजना बनाई थी, लेकिन बीजेपी ने सत्ता में आते ही इस योजना को बंद कर दिया। इसीलिए 3 लाख से ज्यादा परिवारों को प्लॉट नहीं मिल पाए।