सोनीपत, 11 नवंबर (हप्र)
मां भारती रक्तवाहिनी द्वारा गीता विद्या मंदिर कन्या महाविद्यालय में आयोजित राज्यस्तरीय 7वें स्थापना दिवस पर 100 से अधिक रक्तदाताओं व 120 तिरंगा वीरों को जनसेवक अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में सांसद सतपाल ब्रह्मचारी ने शिरकत की, जबकि अध्यक्षता संस्था के संरक्षक एवं हरियाणा साहित्य अकादमी के पूर्व निदेशक डॉ. पूर्णमल गौड़ ने की। इस मौके पर संस्था के कार्यों का वर्णन करने वाली स्मारिका का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष पुनीत राई, मार्गदर्शक एवं स्टार रक्तदाता कैप्टन डॉ. सुरेश कुमार सैनी, राजेश गौड़, मेजर संजय श्योराण, नरेंद्र भूटानी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से विभाग प्रचारक प्रदीप वर्मा व सरस्वती स्कूल से दीपक शर्मा पहुंचे। संस्था के अध्यक्ष विपिन कुमार गौड़ व सचिव प्रेम गौतम ने अतिथियों के साथ संस्था की वेबसाइट व मोबाइल एप का उद्घाटन किया। उन्होंने बताया कि इसे मोबाइल पर प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन करने के बाद एप की सहायता से संस्था मरीज के लिए रक्तदाता को भेजने का कार्य करेगी। मंच संचालन मनोज व पवन दहिया ने किया। कार्यक्रम में छोटूराम वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, जनता शिक्षा सदन, हैप्पी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पलड़ी, मां दुर्गा शिक्षा सदन बढ़मलिक के बच्चों ने हरियाणवीं व हास्य प्रस्तुति देकर दर्शकों का मनोरंजन किया। संस्था की मुहिम तिरंगा सम्मान संकल्प से सैकड़ों तिरंगा वीर द्वारा जुड़कर 8 हजार से अधिक बदहाल राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान सहित नगर निगम कार्यालय को सौंप तिरंगे के सम्मान में कार्य किया गया। यह मुहिम सोनीपत से शुरू होकर रोहतक, बहादुरगढ़, दिल्ली व यमुनानगर सहित कई जिलों में चलाई जा रही है। इससे मुहिम का नाम एक्सजीव बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है।
178 रक्तदान शिविर लगा एकत्रित किया 21 हजार यूनिट रक्त
अध्यक्ष विपिन कुमार गौड़ ने कहा कि स्मारिका व वेबसाइट के जरिये सामाजिक कार्यों से जुड़ने की अपील व महत्वपूर्ण जानकारियां देकर रक्तदान मुहिम को आगे बढ़ाने का एक सार्थक प्रयास है। संरक्षक पूर्णमल गौड़ ने बताया कि संस्था ने 178 रक्तदान शिविरों के माध्यम से अब तक 21 हजार यूनिट से अधिक रक्त एकत्र किया। इसमें 42 रक्तदान शिविर भारतीय सेना के लिए लगा लगभग 7 हजार यूनिट रक्त जवानों के लिए दान कर संस्था का नाम 2021 में इंडिया बुक रिकॉर्ड में दर्ज है।