अम्बाला शहर, 30 मार्च (हप्र)
महिला पुलिस और सीआईए-1 की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए हनीट्रैपिंग के एक मामले में ब्लैकमेलर दंपति को 1 लाख रुपये लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह राशि पहले ली गई राशि 12 लाख के अलावा थी जिसकी एवज में आरोपियों को दुष्कर्म करने आदि के मामले में फंसान की धमकी दी जा रही थी। पकड़ में आई दंपति की पहचान रिया बत्तरा और अरुणेश बत्तरा निवासी दुर्गानगर के रूप में हुई है। इस मामले को लेकर गुरजिंद्र सिंह निवासी डेराबस्सी की शिकायत पर संयुक्त टीम ने कार्रवाई की।
योजनाबद्ध तरीके से जैसे ही महिला थाना प्रभारी देवेंद्र कौर एसआई के हस्ताक्षरों से युक्त नोटों के बंडल आरोपियों को पकड़ाए गए वैसे ही इशारा पाकर संयुक्त टीम ने एक्टिवा पर आई दंपत्ति को गुरजिंद्र की कार में नोटों सहित धर दबोचा। जांच के दौरान गुरजिन्द्र सिंह ने पुलिस को बताया कि रिया की डिमांड के मुताबिक उसने आज रिया को एक लाख रुपये देना है जिसे लेने के लिए वह बोस्टर जेल अम्बाला के पास खाली जगह पर बुला रही है । इस पर परिवादी को महिला थाना में बुलाया गया और निरीक्षक सीआईए स्टाफ -1 से संपर्क किया गया। बातचीत के बाद सीआईए स्टाफ -1 से उपनिरीक्षक नरेश कुमार, बलविन्द्र सिंह, मनोज कुमार, तुलसी राम व महिला थाना से हरपिन्द्र, महिला सिपाही अनिता, महिला सिपाही लता के रेडिंग पार्टी तैयार की गई । योजनाबद्ध तरीके से जैसे ही आरोपी दंपति ने पैसे लिए, गुरजिंद्र ने हारन बजा दिया जिसके बाद सादे कपड़ों में तैनात रेडिंग पार्टी ने दंपति को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
यह है मामला साइंस का काम करने वाले गुरजिन्द्र सिंह ने पुलिस को बताया कि उसका सबसे बड़ा लड़का हरविन्द्र उर्फ लक्की है। आरोपी रिया पत्नी अशोक बत्तरा ने एक मुकदमा महिला पुलिस स्टेशन लक्की हरविन्द्र व अन्य राघव, नरेश, सन्दीप, विमल, साहिल और मदन लाल के खिलाफ 2016 में दर्ज करवाया था। इसमें नामजद ज्यादातर आरोपी बिजली विभाग के थे। मुकदमें के दौरान आरोपी रिया सबसे 12 लाख की मांग करती थी । किसी तरह रकम एकत्र करके उसके पिता अशोक बत्तरा को दे दी गई जिसके बाद रिया ने गवाही के दौरान कहा कि उपरोक्त दोषियो ने उसके साथ कोई गलत काम नहीं किया और वह किसी को नहीं जानती। लेकिन उसकी गवाही खत्म नहीं हुई थी तो उसको और पैसे का लालच आ गया तब वह दोबारा से 10 लाख रुपये मांगने लगी।