समालखा, 12 नवंबर (निस)
पानीपत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलोजी (पाइट) में 13 से 19 नवंबर तक 14वां चलो थियेटर उत्सव मनाया जा रहा है। सफीदों के रास कला मंच के सौजन्य से एनएसडी रंग मंडल और अलग-अलग राज्यों के रंगकर्मी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के नाटकों का मंचन करेंगे। मुंशी प्रेमचंद सहित प्रसिद्ध लेखकों के लिखित उपन्यासों एवं नाटकों पर आधारित थियेटर का मंचन होगा।
पाइट के वाइस चेयरमैन राकेश तायल ने बताया कि प्रत्येक वर्ष रास कला मंच की ओर से पाइट में चलो थियेटर उत्सव मनाया जाता है। यह 14वां उत्सव है। संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार एवं हरियाणा कला परिषद कुरुक्षेत्र का महत्वपूर्ण सहयोग रहता है। थियेटर उत्सव के माध्यम से पानीपत शहर के नागरिकों एवं कॉलेज के छात्र-छात्राओं को मंचीय कला से रूबरू कराया जाता है। यह जीवंत कला है, जिसमें कोई रीटेक नहीं होता। रास कला मंच के रंग निर्देशक रवि मोहन ने बताया कि 13 नवंबर को ‘माई री का से कहूं’ नाटक से थियेटर उत्सव का शुभारंभ होगा। इसके बाद 14 नवंबर को ‘बाबू जी’, 15 नवंबर को ‘लैला मजनूं’, 16 नवंबर को ‘बंद गली का आखिरी मकान’, 17 नवंबर को ‘ताज महल का टेंडर’, 18 नवंबर को ‘कहन कहानी कहन’ और 19 नवंबर को ‘दरारें’ नाटक का मंचन होगा।
डीन डॉ. बीबी शर्मा ने कहा कि 16 नवंबर को प्रदेश के शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा मुख्य अतिथि होंगे। 17 नवंबर को ‘ताज महल का टेंडर’ नाटक का निर्देशन एनएसडी के निदेशक चितरंजन त्रिपाठी करेंगे। वह खुद भी इस नाटक में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।