भिवानी, 11 जुलाई (हप्र)
आज के समय प्रत्येक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में चिप का प्रयोग होने लगा है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के युग में विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे रोबोट, मोबाइल, सेंसर, इलेक्ट्रिक वाहन, कंप्यूटर सहित विभिन्न स्वचलित कारखानों के संचालन में सेमीकंडक्टर उपकरण का मुख्य भाग होता है।
इसी सेमी कंडक्टर का भारत में निर्माण व वैश्विक स्तर पर सेमी कंडक्टर हब बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने इंडिया सेमी कंडक्टर मिशन शुरू किया है। इसके तहत 76 हजार करोड़ रुपये का बजट भी अलॉट किया गया है।
इसी मिशन को आगे बढ़ाने के लिए हरियाणा के भिवानी स्थित चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय ने पहल करते हुए नई शिक्षा नीति के तहत सेमी कंडक्टर निर्माण को लेकर एक विशेष कोर्स शुरू किया है। इसके तहत इस कोर्स को पूरा करने वाले विद्यार्थी भाभा रिसर्च सेंटर सहित इसरो व नासा में इंटर्नशिप कर पाएंगे।
इस बारे में जानकारी देते हुए चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. दीप्ति धर्माणी ने बताया कि विश्वविद्यालय वैश्विक स्तर पर सेमी कंडक्टर की मांग को देखते हुए इंडिया सेमी कंडक्टर मिशन को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है। जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में कोविड के समय की थी। जहां अब तक ताइवान, चीन, कोरिया देशों में ही सेमी कंडक्टर का निर्माण होता था, अब भारत में इंडिया सेमी कंडक्टर मिशन के तहत भारत को सेमी कंडक्टर का वैश्विक हब बनाने का निर्णय लिया है। इसको लेकर भविष्य में बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।