घरौंडा, 19 जनवरी (निस)
कोहंड के कैलाश पोल्ट्री के बाद ओम रावल पोल्ट्री पर पिछले 10 दिनों में 50 हजार मुर्गियों की मौत हो चुकी है। कोहंड में लाखों की संख्या में मुर्गियां मर रही हैं। आलम यह है कि पोल्ट्री मालिकों का मृत मुर्गियां दबाने के लिए न तो जगह मिल रही है और न ही इन मुर्गियों को दबाने के लिए लेबर मिल रही है। पशुपालन विभाग की खानापूर्ति वाली कार्रवाई से पोल्ट्री मालिकों में रोष बढ़ता जा रहा है। आरोप है कि पशुपालन विभाग के अधिकारी आते हैं और बाहर से ही निकल जाते हैं। जिला प्रशासन की प्रारंभिक जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। बावजूद इसके कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है।
कैलाश पोल्ट्री के बाद ओम पोल्ट्री फार्म पर भी अब 50 हजार मुर्गियों की मौत हो चुकी है। 24 घंटे के अंदर कैलाश पोल्ट्री फार्म से लगभग 800 मुर्गियों की मौत हुई है, जबकि ओम पोल्ट्री फार्म मुर्गियों की मौत का आंकड़ा एक हजार पर पहुंच गया है।
कोहंड स्थित ओम पोल्ट्री फार्म के मालिक मेघराज ने बताया कि उनके फार्म पर करीब 75 हजार मुर्गियां हैं। करीब दस दिनों में फार्म पर लगभग 50 हजार मुर्गियां मर चुकी है। लाखों का नुकसान हो चुका है, लेकिन इस ओर प्रशासन का ध्यान ही नहीं है। पशुपालन विभाग के अधिकारी आए थे लेकिन पोल्ट्री को बाहर से ही देख कर चले गए।
कर्मचारियों की नहीं हो रही मेडिकल जांच
ओम पोल्ट्री पर लगभग 16 प्रवासी परिवारों के लोग कार्य करते हैं, जबकि कैलाश पोल्ट्री पर चार प्रवासी परिवारों के लोग कार्य कर रहे हैं। प्रशासन को फार्मों पर बर्ड फ्लू फैलने की जानकारी है, बावजूद इसके काम करने वाले परिवारों की स्वास्थ्य जांच के लिए किसी तरह के कदम नहीं उठाए गए हैं।