कैथल, 10 फरवरी (हप्र)
बाल विवाह निषेध टीम ने बृहस्पतिवार को गांव थेहबनेड़ा पहुंचकर नाबालिग कन्या की शादी रुकवा दी। बताया जा रहा है कि मां-पिता के स्वर्गवास के बाद कन्या अपनी बुआ के पास गांव थेहबनेड़ा में रहने लगी। बताया जा रहा है कि बुआ के लड़के की शादी नहीं हो रही थी तो उसने अपने बेटे का घर बसाने के लालच में नाबालिग कन्या का जीवन दांव पर लगा दिया और आंटा-सांटा कर रिश्ता तय कर दिया। जिस घर भतीजी का रिश्ता तय किया उसी घर बुआ के लड़के की बारात लेकर जाना पक्का हुआ। बाल विवाह निषेध टीम को बृहस्पतिवार सुबह सूचना मिली की गांव थेबनेड़ा में नाबालिग कन्या की शादी हो रही है। इसके बाद बाल निषेध अधिकारी सुनीता शर्मा, सहायिका नीलम, जयमल और चीका पुलिस के साथ गांव थेहबनेड़ा पहुंची। जांच पड़ताल की तो एक परिवार में शादी होने की बात सामने आई। कन्या के आयु प्रमाणपत्र जांचे जिसके अनुसार कन्या के नाबालिग होने की पुष्टि हुई। बाल विवाह निषेध अधिकारी सुनीता शर्मा ने नाबालिग की शादी करने पर कानूनी कार्रवाई होने की जानकारी दी। वर-वधू पक्ष बालिग होने पर ही कन्या की शादी किए जाने की बात मान गए। इसके बाद बारात लौट गई।