चंडीगढ़, 24 नवंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा के शहरी स्थानीय निकायों को ‘अपनी सरकार’ के लिए अभी इंतजार करना होगा। नये साल में ही शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव होंगे। कुल 56 निकायों के चुनाव प्रस्तावित हैं। इनमें फरीदाबाद व मानेसर नगर निगम भी शामिल हैं। गुरुग्राम नगर निगम का कार्यकाल भी खत्म होने को है। वहीं 50 से अधिक नगर परिषद व नगर पालिकाओं का कार्यकाल जून में ही पूरा हो चुका। ये सभी निकाय फिलहाल प्रशासकों के हवाले हैं। निकाय चुनावों के लिए भाजपा ने परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा की अध्यक्षता में इलेक्शन मैनजमेंट कमेटी का गठन किया हुआ है। बुधवार को शर्मा की सरकारी कोठी पर कमेटी की तीसरी बैठक हुई। बैठक में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ विशेष रूप से मौजूद रहे। बैठक में निकाय चुनावों को लेकर मंथन हुआ।
सूत्रों का कहना है कि बैठक में जनवरी के पहले सप्ताह में निकायों के चुनाव करवाए जाने पर मोटे तौर पर सहमति बनी है। उत्तर प्रदेश, पंजाब सहित पांच राज्यों में फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनावों पर भी बैठक में चर्चा हुई। आमतौर पर पड़ोसी राज्यों में होने वाले चुनावों में हरियाणा के नेताओं व वर्करों की भी ड्यूटी लगती है। अभी तक पार्टी हाईकमान की ओर से इस बाबत किसी तरह की हिदायतें नहीं आई हैं। अगर स्थानीय नेताओं व वर्करों की ड्यूटी यूपी व दूसरे राज्यों में लगती हैं तो निकाय चुनावों में और भी देरी हो सकती है। अभी तक कोशिश जनवरी में ही चुनाव करवाए जाने की है। इलेक्शन मैनजमेंट कमेटी की अगली बैठक 15 दिसंबर को भी होगी। माना जा रहा है कि अगर जनवरी के पहले सप्ताह में चुनाव होते हैं तो इससे पहले राज्य चुनाव आयोग चुनाव कार्यक्रम जारी कर सकता है।
अदालत के फैसले के बाद पंचायत चुनाव
प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ ने साफ कर दिया है कि पंचायती राज संस्थाओं जिला परिषद, ब्लाक समिति व ग्राम पंचायतों के चुनाव करवाए जाने को लेकर सरकार जल्दबाजी में नहीं है। हाईकोर्ट में चल रहे केस का फैसला आने के बाद ही चुनावों का फैसला होगा। गठबंधन सरकार ने पंचायतों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण का फैसला लिया है। हाईकोर्ट ने इसे स्टे किया हुआ है। धनखड़ ने कहा, पंचायत चुनावों के लिए शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर की अध्यक्षता में कमेटी बनाई हुई है। यह कमेटी अपना काम कर रही है। कोर्ट का फैसला आने के बाद ही चुनाव होंगे। तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले पर राजनीतिक दलों के बयानों पर टिप्पणी करते हुए धनखड़ ने कहा, हर फैसले को चुनाव की दृष्टि से नहीं देखना चाहिए। ‘वन नेशन-वन पीपल’ की तर्ज पर देश काम करता है। परिवार में भी निर्णय होते हैं और सबका मान और एकता बनाए रखनी चाहिए। देश भी एक परिवार है। हरियाणा लोकसेवा आयोग के उपसचिव अनिल नागर सहित भर्ती घोटाले में तीन की गिरफ्तारी पर धनखड़ ने कहा, प्रदेश सरकार ईमानदारी से काम कर रही है। सरकार की ईमानदारी इसी बात से पता लगता है कि खुद इस विषय की जांच करवाई जा रही है।