चंडीगढ़, 2 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा में स्कूल लेक्चरर से प्रिंसिपल बनने का रास्ता साफ हो गया है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने इस पर लगे स्टे को रद्द कर दिया है। इस फैसले के बाद अब हरियाणा के उन 1060 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में से 663 को प्रिंसिपल मिल जाएंगे, जिनमें लम्बे समय से ये पद खाली थे। कुछ प्राध्यापकों (लेक्चरर) द्वारा वरिष्ठता सूची को हाईकोर्ट में चुनौती दी हुई थी। हरियाणा लेक्चरर एसोसिएशन के पूर्व राज्य प्रेस सचिव सतबीर सिंह मलिक का कहना है कि सेकेंडरी शिक्षा विभाग ने हाईकोर्ट में शपथपत्र दिया हुआ था। कोरोना महामारी की वजह से अभी तक इस मामले में तारीख मिल रही थी। अब हाईकोर्ट ने स्टे को रद्द कर दिया है। उनका कहना है कि प्रदेश में प्रिंसिपल के 2215 पदों में से 1060 खाली हो चुके थे।
विभागों के नियमों के हिसाब से प्रिंसिपल के पदों में से 80 प्रतिशत पद स्कूल लेक्चरर की प्रमोशन के जरिए भरे जाते हैं। वहीं 20 प्रतिशत पद हाई स्कूल के हेडमास्टर की प्रमोशन से भरे जाते हैं। सरकार ने हाईकोर्ट में शपथ-पत्र देकर कहा कि प्रदेश के 879 स्कूलों में पद खाली हैं।